
सुप्रीम कोर्ट को मिले 3 जज, जानें कौन हैं जस्टिस अंजारिया, जस्टिस बिश्नोई और जस्टिस चंदुरकर
क्या है खबर?
सुप्रीम कोर्ट को 3 नए जज मिल गए हैं। कॉलेजियम द्वारा की गई सिफारिशों को राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद केंद्र सरकार ने तीनों जजों की नियुक्ति से जुड़ी अधिसूचना भी जारी कर दी है।
इनमें कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी अंजारिया, गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विजय बिश्नोई और बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस एएस चंदुरकर का नाम शामिल है।
बयान
केंद्रीय कानून मंत्री ने दी जानकारी
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मामले की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, 'भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति, भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया, मुख्य न्यायाधीश, कर्नाटक हाई कोर्ट, विजय बिश्नोई, मुख्य न्यायाधीश, गुवाहाटी हाई कोर्ट और एएस चंदुरकर, न्यायाधीश, बॉम्बे हाई कोर्ट को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करते हैं।'
परिचय
कौन हैं जस्टिस एनवी अंजारिया?
जस्टिस अंजारिया का मूल हाई कोर्ट गुजरात है। उन्होंने अगस्त, 1988 में गुजरात हाई कोर्ट में वकालत शुरू की थी।
वे संवैधानिक, सिविल, श्रम, सेवा मामलों और राज्य निकायों के लिए स्थायी वकील के रूप में काम कर चुके हैं।
21 नवंबर, 2011 को उन्हें गुजरात हाई कोर्ट में बतौर अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया थे। 25 फरवरी, 2024 को उन्होंने कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी।
विजय बिश्नोई
केंद्र सरकार के स्थायी वकील रह चुके हैं जस्टिस बिश्नोई
जस्टिस बिश्नोई ने 8 जुलाई, 1989 को बार काउंसिल में पंजीयन करवाया था।
उन्हें राजस्थान हाई कोर्ट और जोधपुर केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, सेवा और चुनाव मामलों का अनुभव है।
वे साल 2000 से 2004 तक केंद्र सरकार के स्थायी वकील के रूप में काम कर चुके हैं।
जस्टिस बिश्नोई को 2013 से 2024 तक राजस्थान हाई कोर्ट में सेवाएं दे चुके हैं। पिछले साल फरवरी में वे गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे।
जज चंदुरकर
जस्टिस चंदुरकर के बारे में जानिए
जस्टिस चंदुरकर का जन्म 7 अप्रैल, 1965 को हुआ है। पुणे के एक स्कूल से प्रारंभिक पढ़ाई के बाद वे नेस वाडिया कॉलेज और ILS लॉ कॉलेज चले गए। जस्टिस चंदुरकर ने 21 जुलाई, 1988 को बार काउंसिल में पंजीयन कराया था।
उन्होंने मुंबई के वरिष्ठ अधिवक्ता बीएन नाइक के मार्गदर्शन में अपने कानूनी करियर की शुरुआत की, जो बाद में हाई कोर्ट जज बने।
उन्हें 21 जून, 2013 को बॉम्बे उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
जज
सुप्रीम कोर्ट में अब जजों की संख्या 34 हुई
3 जजों की नियुक्ति के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। हालांकि, 9 जून को जस्टिस बेला एम त्रिवेदी सेवानिवृत्त हो रही हैं, जिसके बाद एक पद खाली हो जाएगा।
बता दें कि कॉलेजियम में सुप्रीम कोर्ट के 5 वरिष्ठ जज शामिल होते हैं। 26 मई को कॉलेजियम की बैठक हुई थी, जिसमें इन तीनों जजों की पदोन्नति की सिफारिश की गई थी।