जस्टिस सूर्यकांत होंगे देश के 53वें CJI, बीआर गवई ने की उनके नाम की सिफारिश
क्या है खबर?
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई ने सोमवार को देश के अगले CJI के लिए वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत का नाम केंद्र सरकार को भेजा है। कानून मंत्रालय ने CJI से प्रस्तावित नाम भेजने का आग्रह किया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में 53वें CJI की नियुक्ति की प्रक्रिया तेजी हो गई थी। वर्तमान CJI गवई का कार्यकाल 23 नवंबर को खत्म हो रहा है। इसके बाद जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को 53वें CJI के रूप में शपथ लेंगे।
शपथ
14 महीने तक पद पर रहेंगे जस्टिस सूर्यकांत
CJI गवई ने 14 मई 2025 को 52वें CJI के रूप में यह पद संभाला था। वे करीब 7 महीने पद पर रहेंगे। जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल 14 महीने का होगा। वे 9 फरवरी 2027 को पद से सेवानिवृत्त होंगे। जस्टिस सूर्यकांत अनुच्छेद 370 हटाने, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, भ्रष्टाचार, लैंगिक समानता, पेगासस जासूसी और वन रैंक-वन पेंशन समेत कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करने वाली पीठ का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने एक फैसले में राजद्रोह कानून को स्थगित रखा था।
पहचान
कौन हैं न्यायमूर्ति सूर्यकांत?
हरियाणा के हिसार में 10 फरवरी, 1962 को एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में जस्टिस सूर्यकांत ने 1981 में हिसार के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से स्नातक किया था। उन्होंने 1984 में रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और इसके बाद 1984 में हिसार जिला न्यायालय में वकालत शुरू कर दी। 1985 में वह पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट आ गए। मार्च 2001 में वे वरिष्ठ अधिवक्ता बने। मई 2019 में उनको सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनाया गया था।