अतीक-अशरफ हत्याकांड: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा- एंबुलेंस को सीधे अस्पताल क्यों नहीं ले गए?
क्या है खबर?
सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई हुई।
इस दौरान कोर्ट ने हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल पूछा कि दोनों गैंगस्टर भाइयों को ले जा रही एंबुलेंस को सीधे अस्पताल नहीं ले जाया गया और उनकी परेड क्यों करवाई जा रही थी?
जवाब में उत्तर प्रदेश सरकार ने कोर्ट में कहा कि इस मामले में एक जांच आयोग गठित किया गया है।
याचिका
क्या है मामला?
गैंगस्टर अतीक और अशरफ हत्याकांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में वकील विशाल तिवारी की ओर से एक याचिका दायर की गई है, जिसमें इस हत्याकांड की जांच के लिए एक पैनल गठित करने की मांग की गई है।
याचिका में बीते 6 सालों में राज्य में हुए 183 एनकाउंटरों की जांच और साल 2020 के विकास दुबे मुठभेड़ मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच की मांग की गई है।
इसी याचिका को लेकर आज कोर्ट में सुनवाई हुई।
सवाल
कोर्ट ने कहा- दोनों की क्यों करवाई जा रही थी परेड?
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किये हैं। कोर्ट ने कहा कि आरोपियों को इस बात की जानकारी कैसे मिली कि अतीक और अशरफ को अस्पताल ले जाया जा रहा है।
कोर्ट ने कहा कि उसने इस घटना की वीडियो देखी है और दोनों गैंगस्टर भाइयों की मीडियाकर्मियों से सामने परेड क्यों करवाई जा रही थी। उन्हें एंबुलेंस से सीधे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया?
कोर्ट
कोर्ट ने मांगी हत्याकांड की विस्तृत जांच रिपोर्ट
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से दोनों गैंगस्टर भाइयों की हत्या मामले की अब तक हुई जांच की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा कोर्ट ने इस हत्याकांड से पहले हुए असद अहमद एनकाउंटर पर सरकार से हलफनामा पेश करने को कहा है।
कोर्ट ने सरकार से ये भी पूछा है कि 2020 में विकास दुबे एनकाउंटर के बाद पुलिस कामकाज को लेकर जस्टिस बीएस चौहान की रिपोर्ट पर अब तक क्या कार्रवाई की गई है।
जांच
सरकार ने कहा- हत्याकांड की जांच के लिए आयोग गठित
कोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मुकुल रोहतगी ने कहा कि अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए 2-2 पूर्व जजों की निगरानी में एक जांच आयोग गठित किया गया है। इस मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही कोर्ट के सामने इसकी विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी।
मामले की सुनवाई अब 3 हफ्ते बाद होगी और जस्टिस एस रवींद्र भट्ट और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच इसकी सुनवाई करेगी।
हत्या
कैसे हुई थी अतीक और अशरफ की हत्या?
उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम 15 अप्रैल को देर रात अतीक और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जा रही थी। उस बीच मीडियाकर्मी के रूप में आए तीन लोगों ने गोली मारकर दोनों की हत्या कर दी थी।
ये पूरी घटना मीडियाकर्मियों के कैमरों में भी रिकॉर्ड हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि अतीक को 9 गोलियां लगी थीं, जबकि उसके भाई अशरफ को 5 गोलियां मारी गई थीं।