सुल्तानपुरी मामला: पुलिस ने एक सप्ताह बाद नाइट ड्यूटी के लिए लागू किए नए नियम
दिल्ली के सुल्तानपुरी में कार से घसीटे जाने के कारण हुई अंजलि सिंह की मौत की घटना के एक सप्ताह बाद पुलिस ने नाइट ड्यूटी के निमयों में बड़ा बदलाव किया है। इस घटना में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। ऐसे में अब नाइट ड्यूटी के दौरान सभी निरीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारियों को अपनी लाइव लोकेशन साझा करने और पुलिस स्टेशन छोड़ने से पहले संबंधित पुलिस उपायुक्त (DCP) को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या है सुल्तानपुरी में घटा पूरा मामला?
दिल्ली के अमन विहार की रहने वाली 20 वर्षीय अंजलि 1 जनवरी की सुबह अंधेरे में अपनी दोस्त निधि के साथ स्कूटी से वापस लौट रही थी, तभी सुल्तानपुरी में एक कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर में निधि तो अलग गिर गई, लेकिन अंजलि का पैर गाड़ी में ही फंस गया था। कार अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक घसीट कर ले गई और इस दौरान आई चोटों से उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
कार में फंसने के कारण टूट गई थी अंजलि की खोपड़ी
अंजलि की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हादसे की भयावहता सामने आई थी। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर पर कम से कम 40 बाहरी चोटें थीं और घसीटे जाने के कारण उसकी खोपड़ी टूट गई थी, जिसकी वजह से उसके दिमाग का एक हिस्सा अभी भी गायब है। यही नहीं, खाल छिल जाने के कारण पीठ की तरफ से उसकी पसलियां भी बाहर आ गई थीं। अंजली को 13 किलोमीटर घसीटे जाने को लेकर पुलिस गश्त पर सवार उठ रहे हैं।
पुलिस ने नाइट ड्यूटी को लेकर जारी किए नए आदेश
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे के बाद नाइट गश्त को मजबूत करने के लिए सभी थानाप्रभारी (SHO), आतंकवाद रोधी अधिकारियों (ATO) और जांच निरीक्षक (ब्रावो) को थाना छोड़ने से पहले DCP को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अधिकारियों को रात 12 से सुबह 4 बजे के बीच अपनी लाइव लोकेशन साझा करते हुए स्थिति की अपडेट देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि बिना DCP की अनुमति के कोई भी पुलिसकर्मी थाना नहीं छोड़ेगा।
पुलिस ने मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया
इस घटना के बाद से दिल्ली पुलिस ने अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें पांच मुख्य आरोपियों दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल (27) को घटना के एक दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें बचाने के आरोप में आशुतोष और अंकुश को भी गिरफ्तार किया गया है। मामले में यह भी सामने आया है कि अंजलि की दोस्त निधी पहले गांजे की सप्लाई करती थीं।
आरोपियों को अंजलि के कार में फंसे होने का था पता
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में अंजलि के कार में फंसे होने की जानकारी होने की बात कही है। आरोपियों ने कहा कि घटना के बाद उन्हें युवती के कार में फंसे होने का पता चल गया था, लेकिन वह डर के चलते उसी क्षेत्र में घूमते रहे और अंजलि के शरीर को कार से गिराने के लिए कई यू-टर्न लेते रहे। 13 किलोमीटर बाद अंजलि के शव के गिरने के बाद वह कार लेकर भाग गए।