शीना बोरा की हड्डियों के लिए मौत के 12 साल बाद क्यों मचा हंगामा?
क्या है खबर?
2012 में हुए शीना बोरा हत्याकांड पर काफी साल तक हंगामा हुआ था। अब हत्या के 12 साल बाद शीना बोरा मामला एक बार फिर सुर्खियों में है।
दरअसल, हाल ही में खबर आई थी कि शीना बोरा की हड्डियां और अवशेष गायब हो गए हैं। हालांकि, अब सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया है कि हड्डियां गायब नहीं हुई हैं, बल्कि दिल्ली स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के रिकॉर्ड रूम में है।
ईमेल
कोर्ट को ईमेल में मिली जानकारी
कोर्ट को एक व्यक्ति से इस संबंध में ईमेल मिला है, जो खुद को फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉक्टर जेबा खान का भाई बता रहा था।
उसने आरोप लगाया कि शीना की हड्डियां गायब नहीं हुई थीं, बल्कि जेबा के पास थीं।
ईमेल में आरोप लगाया गया है कि जेबा को शीना के अवशेष गायब होने के बारे में झूठ बोलने के लिए करोड़ों रुपये मिले थे और उसने हाल ही में दुबई में एक घर और एक क्लिनिक खरीदा है।
हड्डियां गायब
पहले हड्डियों के गायब होने की कही गई थी बात
इससे पहले 24 अप्रैल को सरकारी पक्ष ने कोर्ट को सूचित किया था कि शीना बोरा के अवशेषों लापता हैं। 10 जून को फिर कहा था कि अवशेषों का पता नहीं लगाया जा सका है।
अब सरकारी वकील सीजे नंदोडे ने कहा, "स्टोर की जांच करने के बाद वहां हड्डियां पड़ी हुई पाई गईं। CBI ने इन्हें सबूत के तौर पर नहीं माना है, क्योंकि चार्जशीट में इनका उल्लेख नहीं किया गया था।"
हत्या
2012 में हुई थी शीना बोरा की हत्या
2012 में शीना बोरा की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या की गई थी, जिसका आरोप INX मीडिया की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) इंद्राणी मुखर्जी, उनके पूर्व पति पीटर मुखर्जी और ड्राइवर श्यामवर राय पर लगा था।
हालांकि, 3 साल तक शीना बोरा हत्याकांड के बारे में किसी को पता नहीं चला था। 2015 में एक अन्य मामले में जब पुलिस ने इंद्राणी के ड्राइवर को गिरफ्तार किया तो उसने शीना बोरा की हत्या का खुलासा किया।
बरामदगी
जंगल से बरामद हुई थी हड्डियां
हत्या के बाद शिना बोरा के शव को रायगढ़ के पेन गांव के जंगलों में फेंका गया। यहां शव पर पेट्रोल डालकर आई लगाई गई।
23 मई, 2012 को शिना का कंकाल मिला था। हालांकि, तब तक पता नहीं था कि ये कंकाल शिना का ही है।
अगस्त, 2015 में मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने दोबारा कंकाल को खोजा। इस मामले में फिलहाल इंद्राणी और पीटर दोनों जमानत पर हैं और ड्राइवर सरकारी गवाह बन चुका है।