राजस्थान: कोटा में चंबल नदी में डूबी नाव, सात लोगों की मौत
क्या है खबर?
राजस्थान के कोटा में चंबल नदी में नाव पलटने से सात लोगों की मौत हो गई है, वहीं कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
घटना के समय मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने नदी में कूद लोगों को बचाने की कोशिश भी की, लेकिन तेज बहाव के कारण वे कई लोगों को बचा नहीं पाए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है और पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
घटना
नाव में सवार थे लगभग 30 लोग
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, हादसा कोटा के इटावा के खतोली गांव के पास हुआ। घटना के समय नाव में लगभग 30 लोग सवार थे जिनमें से अधिकांश कमलेश्वर धाम जा रहे थे। इसके अलावा नाव में लगभग 14 बाइक भी रखी हुई थीं।
तभी चाणदा और गोठड़ा गांव के बीच नाव असंतुलित होकर पलट गई और नाव सवार पानी में डूब गए। घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीण नदी में कूद गए और नाव सवारों को बचाने लगे।
बचाव अभियान
मौके पर पहुंचा प्रशासन, आठ लोग अभी भी लापता
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और पूरा प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया और उनकी निगरानी में बचाव अभियान चल रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं।
अभी तक सात लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, वहीं आठ लोग अभी भी लापता है। पुलिस ने लापता लोगों के तैर कर नदी के दूसरे किनारे पर पहुंचने की संभावना जताई है।
प्रत्यक्षदर्शी
नाव में सवार थे क्षमता से ज्यादा यात्री
प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों ने बताया कि नाव लकड़ी की थी और उसकी हालत पहले से ही खराब थी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद नाव में क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया था और नदी पार कराने के लिए कई बाइकों को भी रस्सियों की मदद से नाव में बांध दिया गया था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाव इन सभी चीजों के वजन को सह नहीं पाई और असंतुलित होकर डूब गई।
प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने दिए सहायता कोष से मदद के निर्देश
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा, "कोटा में थाना खातोली क्षेत्र में चम्बल ढिबरी के पास नाव पलट जाने की घटना बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। हादसे का शिकार हुए लोगों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। कोटा प्रशासन से बात कर घटना की जानकारी ली है। तत्परता से राहत एवं बचाव के साथ ही लापता लोगों को शीघ्र ढूंढने के निर्देश दिए हैं... प्रभावित परिवारों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से मदद के लिए निर्देश दिए हैं।"
जानकारी
कोटा से सांसद ओम बिरला ने भी ली घटना की जानकारी
कोटा से सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी जिला प्रशासन से घटना की जानकारी ली है और लोकसभा सचिवालय ने प्रशासन से संपर्क साधा है। ओम बिरला का कार्यालय लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में बना हुआ है।