सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मिले प्रधानमंत्री मोदी, द्विपक्षीय वार्ता हुई
सऊदी अरब के प्रधानमंत्री और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद ने हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। बिन सलमान भारत के 3 दिवसीय राजकीय दौरे पर हैं। उन्होंने 9 से 10 सितंबर को दिल्ली में हुए G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था, लेकिन इसके खत्म होने के बाद भी वह वापस नहीं लौटे और आज उनके दौरे का आखिरी दिन है।
क्या रहेगा क्राउन प्रिंस का कार्यक्रम?
मोहम्मद बिन सलमान का सुबह 10 बजे नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत हुआ। इसके बाद हैदराबाद हाउस में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक की। बैठक के बाद उनके भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक के निर्णयों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है। बिन सलमान शाम करीब 6:30 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और रात करीब 8:30 बजे दिल्ली से रवाना हो जाएंगे।
बिन सलमान ने सफलापूर्वक मेजबानी के लिए भारत को दी बधाई
राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के दौरान बिन सलमान ने G-20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी के लिए भारत को बधाई दी। उन्होंने कहा, "मैं यहां भारत आकर बहुत खुश हूं। सम्मेलन के दौरान कई घोषणाएं की गई हैं, जिनसे G-20 देशों और दुनिया को फायदा होगा। हम दोनों देशों के लिए एक महान भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।" द्विपक्षीय वार्ता के बाद कई समझौतों का ऐलान हो सकता है।
बिन सलमान ने इकोनॉमिक कॉरिडोर की घोषणा पर क्या कहा?
बिन सलमान ने समझौते पर कहा था, "इस बैठक में जिस इकोनॉमिक कॉरिडोर की पहल की घोषणा की गई है, इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इसके लिए काम किया है और यह बुनियादी कदम उठाया है।"
द्विपक्षीय बैठक में किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?
प्रधानमंत्री मोदी और बिन सलमान के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कूटनीतिक संबंधों, रक्षा, सुरक्षा और व्यापार से लेकर आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्र पर चर्चा हो सकती है। बैठक के बाद भारत और सऊदी के बीच ऊर्जा और कृषि समेत कई प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इससे पहले अक्टूबर, 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजूबत करने के लिए भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना की थी।
बिन सलमान की यह भारत की दूसरी राजकीय यात्रा
बिन सलमान की भारत की यह दूसरी राजकीय यात्रा है। इससे पहले वह फरवरी, 2019 में अपनी पहली राजकीय यात्रा पर भारत आए थे। इससे पहले शनिवार को G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सऊदी अरब ने भारत, अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच एक भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर शुरू करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौते की घोषणा की है। इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट को सभी देश मिलकर पूरा करेंगे।
क्या है भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर?
प्रधानमंत्री मोदी ने G-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट की घोषणा की है। यह प्रोजेक्ट भारत, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका के बीच कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सहयोग की ऐतिहासिक पहल है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह कॉरिडोर पूरी दुनिया की कनेक्टिविटी और सतत विकास को नई दिशा देगा। उन्होंने कनेक्टिविटी कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए सभी नेताओं को भी बधाई दी।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत और सऊदी अरब के बीच सालाना 5,000 करोड़ डॉलर से ज्यादा का व्यापार होता है। भारत ने साल 2022-23 में सऊदी से करीब 4,000 करोड़ डॉलर का सामान आयात और करीब 1,000 करोड़ डॉलर का निर्यात किया। पिछले 5 सालों में दोनों देशों के बीच व्यापार करीब दोगुना हो गया है। भारत की 700 से ज्यादा कंपनियां सऊदी अरब में काम कर रही हैं, जिन्होंने वहां करीब 200 करोड़ अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का निवेश किया हुआ है।