साक्षी मलिक का बृजभूषण पर गंभीर आरोप, कहा- उसके गुंडे मां को धमकी दे रहे
क्या है खबर?
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने बृजभूषण शरण सिंह पर अब नए आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बृजभूषण के गुंडे सक्रिय हो गए हैं और उनके घरवालों को धमकी भरे फोन कर रहे हैं। साक्षी ने सरकार से सुरक्षा की मांग की है।
इस बीच जंतर-मंतर पर साक्षी, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है। सैकड़ों जूनियर पहलवान तीनों पहलवानों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
धमकी
साक्षी ने क्या आरोप लगाए?
साक्षी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "पिछले 2-3 दिन से बृजभूषण के गुंडे सक्रिए हो गए हैं। मेरी मां के पास उसके किसी आदमी का धमकी भरा फोन आता है। उसने कहा कि मेरे घर में किसी के खिलाफ जल्द मुकदमा दर्ज होगा। हम सुरक्षित रहें, ये सरकार की जिम्मेदारी है। बृजभूषण हमारी लड़ाई को कोई न कोई रूप दे रहा है। कभी उत्तर प्रदेश, हरियाणा का तो कभी जात का। मैं बस चाहती हूं कि हम सुरक्षित रहें।"
साक्षी
साक्षी ने कहा- कुश्ती महासंघ से कोई समस्या नहीं
साक्षी ने कहा कि उन्हें नए महासंघ या एड-हॉक समिति से कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमें केवल बृजभूषण के सहयोगी संजय सिंह से समस्या थी। आपने देखा है कि संजय सिंह का बर्ताव कैसा है। मैं नहीं चाहती कि महासंघ में उसका दखल हो। संजय के बिना महासंघ या एड-हॉक समिति से कोई समस्या नहीं है।"
साक्षी ने कहा कि बीते एक साल से वे मानसिक और शारीरिक रूप से काफी परेशान हैं।
पहलवान
जूनियर पहलवानों को लेकर क्या बोलीं साक्षी?
साक्षी ने एड-हॉक समिति से तुरंत जूनियर वर्ग के टूर्नामेंट कराने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, "मैं नहीं चाहती कि हमारी वजह से जूनियर पहलवानों का नुकसान हो। समिति सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप की घोषणा कर चुकी है। मैं अनुरोध करूंगी कि अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप का भी ऐलान किया जाए। मेरे बाद आने वाली लड़कियां मेरा सपना पूरा करें। मैंने कांस्य जीता है, मैं चाहती हूं कि कोई और रजत या स्वर्ण जीते।"
प्रदर्शन
3 शीर्ष पहलवानों के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन
इस बीच हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सैकड़ों जूनियर पहलवान जंतर-मंतर पर साक्षी, बजरंग और विनेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
इन पहलवानों ने तीनों पर उनके करियर का महत्वपूर्ण समय बर्बाद करने का आरोप लगाया है।
नारेबाजी कर रहे इन पहलवानों ने हाथ में 'हमारी कुश्ती को इन 3 पहलवानों से बचाएं' लिखी तख्ती ले रखी है। पहलवानों का कहना है कि आंदोलन की वजह से उनका करियर और कुश्ती बर्बाद हो रही है।
प्लस
कौन हैं साक्षी मलिक?
साक्षी का जन्म 3 सितंबर, 1992 को हरियाणा के रोहतक जिले के मोखरा गांव में हुआ था। उनके दादा सुबीर मलिक भी एक पहलवान थे।
केवल 12 साल की उम्र में साक्षी ने ईश्वर दहिया के नेतृत्व में प्रशिक्षण लेना शुरू किया। उन्होंने 2009 के एशियाई जूनियर विश्व चैंपियनशिप के फ्रीस्टाइल में 59 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीता।
2016 रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर साक्षी ने इतिहास रचा था। वो ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं।