
कनाडा से रिश्ते सुधारने की कोशिश, एस जयशंकर की विदेश मंत्री अनीता आनंद से पहली बातचीत
क्या है खबर?
कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सत्ता से बाहर जाते ही भारत ने एक बार फिर कनाडा के साथ अपने द्विपक्षीय रिश्ते सुधारने की कोशिश शुरू कर दी है।
इसी क्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को अपनी कनाडाई समकक्ष अनीता आनंद से पहली बार फोन पर बातचीत की।
यह बातचीत मार्क कार्नी के कनाडा के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच पहली उच्च स्तरीय राजनीतिक बातचीत थी।
मुद्दा
बातचीत में क्या उठा मुद्दा?
बताया जा रहा है कि दोनों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करने और साझा प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर बातचीत हुई है।
बातचीत के बाद जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद के साथ भारत-कनाडा संबंधों की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
अनीता आनंद ने भी एक्स पर लिखा कि कनाडा-भारत संबंधों को मजबूत करने, हमारे आर्थिक सहयोग को गहरा करने और साझा प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर चर्चा के एस जयशंकर का धन्यवाद।
संबंध
सितंबर 2023 में भारत-कनाडा रिश्तों में आई थी खटास
भारत-कनाडा के रिश्तों में 2023 में तब खटास आई, जब ट्रूडो ने भारतीय एजेंटों पर ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी और कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने की संभावना जताई।
हालांकि, भारत ने दावों को 'बेतुका' बताया और कहा कि कनाडा खालिस्तान समर्थक तत्वों का सुरक्षित स्थान है।
इसके बाद ओटावा ने तत्कालीन उच्चायुक्त संजय वर्मा सहित कई भारतीय राजनयिकों को निज्जर हत्या से जोड़ दिया।
तब दोनों देशों ने अपने-अपने राजनयिकों को वापस बुलाया था।
पहचान
कौन हैं अनीता आनंद?
भारतीय मूल की 58 वर्षीय अनीता आनंद लिबरल पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं, जो ट्रूडो कैबिनेट में परिवहन मंत्री थी। उन्होंने कॉर्नी सरकार में विदेश मंत्री का पद संभाला है। उन्होंने गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी।
अनीता का जन्म 1967 में कनाडा के नोवा स्कोटिया में हुआ। उनके पिता तमिलनाडु और मां पंजाब से थी, जो 1960 में नाइजीरिया होते हुए भारत से कनाडा आए थे।
अनीता टोरंटो विश्वविद्यालय समेत कई कॉलेजों में कानून की प्रोफेसर रही हैं।