
कौन हैं कनाडा की भारतीय मूल की नई विदेश मंत्री अनीता आनंद?
क्या है खबर?
कनाडा के नवनियुक्त प्रधानमंत्री मार्क कॉर्नी ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करते हुए भारतीय मूल की अनीता आनंद को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया है।
अनीता ने विदेश मंत्री मेलानी जोली की जगह ली है। उन्होंने मंगलवार को पवित्र हिंदू ग्रंथ गीता पर हाथ रखकर पद और गोपनीयता की शपथ ली।
लिबरल पार्टी की 58 वर्षीय सदस्य अनीता, इससे पहले जस्टिन ट्रूडो की सरकार में परिवहन और व्यापार मंत्री रही थीं।
आइए, जानते हैं कौन हैं अनीता आनंद।
पहचान
अनीता का भारत से क्या है नाता?
अनीता का जन्म कनाडा के केंटविले में हुआ, लेकिन उनके पिता एसवी आनंद तमिलनाडु से और मां सरोज डी राम पंजाब से थीं।
दोनों भारतीय अप्रवासी डॉक्टर थे, जो 1960 के दशक में भारत से नाइजीरिया होकर कनाडा गए थे।
अनीता की दो बहनें गीता और सोनिया हैं।
अनीता की शुरुआती पढ़ाई नोवा स्कोटिया में हुई, लेकिन 1985 में वह अपने पति जॉन के साथ ओंटारियो में शिफ्ट हो गई। इस दौरान उन्होंने अपने चार बच्चों का पालन-पोषण किया।
डिग्री
टोरंटो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रही हैं अनीता
अनीता ने क्वींस विश्वविद्यालय से राजनीतिक अध्ययन में स्नातक, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से न्यायशास्त्र में स्नातक, डलहौजी विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और टोरंटो विश्वविद्यालय से कानून में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है।
अनीता ने येल, क्वींस और वेस्टर्न विश्वविद्यालय में अकादमिक पदों पर काम किया है। वे टोरंटो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर भी रही हैं।
वे कुछ समय वकालत में रहीं और साल 1994 में ओंटारियो बार ने उन्हें आमंत्रित कर अपना सदस्य बना लिया था।
करियर
2019 में ओकविले से बनी थीं सांसद
अनीता राजनीति में आने के बाद पहली बार 2019 में ओकविले के लिए संसद सदस्य चुनी गई थीं।
उन्होंने 2019 से 2021 तक सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री, ट्रेजरी बोर्ड की अध्यक्ष और राष्ट्रीय रक्षा मंत्री के रूप में काम किया है।
खरीद मंत्री के रूप में उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के दौरान वैक्सीन खरीद, व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण और त्वरित परीक्षण सुरक्षित करने के लिए अनुबंध वार्ता का नेतृत्व किया था।
उनके कार्य की काफी प्रशंसा हुई थी।
रक्षा
कनाडा के इतिहास में दूसरी महिला रक्षा मंत्री
अनीता 2021 में दोबारा सांसद बनी। तब उनको रक्षा मंत्रालय की कमान दी गई थी।
अनीता कनाडा के इतिहास में किम कैमबेल के बाद रक्षा मंत्री बनने वाली दूसरी महिला थीं।
अनीता ने राष्ट्रीय रक्षा मंत्री के रूप में सेना में यौन दुराचार खत्म करने के लिए कई सुधारात्मक कार्य किए और कनाडाई सशस्त्र बलों में संस्कृति परिवर्तन लाने के लिए सुधार भी पेश किए।
उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिए सैन्य सहायता दी।
रेस
प्रधानमंत्री की दौड़ में थीं अनीता
ट्रूडो के प्रधानमंत्री पद छोड़ने का ऐलान करने के बाद अनीता का नाम अगले प्रधानमंत्री के लिए सबसे आगे चल रहा था।
हालांकि, बाद में अनीता ने लिखा था, 'मैं लिबरल पार्टी की अगली नेता बनने की दौड़ में शामिल नहीं होऊंगी और ओकविले संसद सदस्य के दोबारा चुनाव नहीं लड़ूंगी। मैने शिक्षण, अनुसंधान और सार्वजनिक नीति विश्लेषण के अपने पूर्व पेशेवर जीवन में लौटने का निर्णय लिया है। मैं खुद को इस दौड़ से बाहर कर रही हूं।'
ट्विटर पोस्ट
अनीता आनंद ने शपथ ली
I am honoured to be named Canada’s Minister of Foreign Affairs. I look forward to working with Prime Minister Mark Carney and our team to build a safer, fairer world and deliver for Canadians. pic.twitter.com/NpPqyah9k3
— Anita Anand (@AnitaAnandMP) May 13, 2025