
कोलकाता कांड को लेकर ममता बनर्जी और भतीजे अभिषेक के बीच मतभेद? ये हैं संकेत
क्या है खबर?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार बैकफुट पर है।
पुलिस की भूमिका के साथ-साथ राज्य सरकार की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) में भी दरार पड़ती दिखाई दे रही है। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी खुद नाराज बताए जा रहे हैं।
आइए जानते हैं कि ऐसी अटकलें क्यों हैं।
रैली
ममता की रैली से दूर रहे अभिषेक
16 अगस्त को पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ममता ने पद यात्रा निकाली थी। करीब 3 किलोमीटर लंबी इस रैली में TMC के कई नेता शामिल हुए, लेकिन अभिषेक ने दूरी बना ली। अभिषेक की अनुपस्थिति को लेकर कई तरह के कयास लगने लगे।
इस दौरान दोनों ने विपरीत बयान भी दिए। अभिषेक ने दोषियों को फांसी देने की मांग की तो दूसरी ओर ममता ने कहा कि वे फांसी की समर्थक नहीं हैं।
तबादला
पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के तबादले पर भी मतभेद
घटना के बाद राज्य सरकार ने कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष को निलंबित कर दिया था। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही उन्हें कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज का प्रमुख बना दिया गया।
इंडिया टुडे के मुताबिक, अभिषेक इससे नाराज हैं। अभिषेक का मानना है कि अपनी साफ-सुथरी छवि के लिए जानी जाने वाली ममता बनर्जी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि घोष को ममता का करीबी माना जाता है।
कार्रवाई
अभिषेक के करीबी नेता पर कार्रवाई
मामले पर कई TMC नेताओं ने भी अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाए थे।
इनमें पार्टी प्रवक्ता शांतनु सेन भी शामिल थे, जिन्होंने आरजी कर में शिक्षा की गुणवत्ता पर बयान दिया था। इसके बाद शांतनु को प्रवक्ता पद से हटा दिया गया।
कथित तौर पर अभिषेक इससे नाराज बताए जाते हैं, क्योंकि शांतनु को अभिषेक का करीबी माना जाता है।
TMC के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय को मिले पुलिस नोटिस को भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है।
अस्पताल में तोड़फोड़
अस्पताल में तोड़फोड़ से भी नाराज हैं अभिषेक- रिपोर्ट
घटना के बाद भीड़ ने अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ की थी। करीब एक घंटे तक भीड़ पुलिस के सामने उत्पात मचाती रही।
आरोप लगे कि ये सबूत मिटाने के लिए किया गया और इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
घटना को लेकर अभिषेक ने पुलिस कमिश्नर को फोन कर आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। इसके उलट ममता ने इस मामले पर ज्यादा कुछ टिप्पणी नहीं की थी।
मामला
क्या है मामला?
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बर्बर रेप किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई।
घटना सामने आने के बाद पूरे देश में विरोध शुरू हो गया और डॉक्टर अपनी सेवाएं ठप कर हड़ताल पर चले गए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच CBI को सौंप दी है।
अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।