कोलकाता में महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या, मुख्यमंत्री ने क्यों कही फांसी की बात?
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद खूब हंगामा हो रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि डॉक्टर के साथ बलात्कार करने के बाद उनकी हत्या की गई है। डॉक्टर के शव पर गंभीर चोटों के निशान थे और शरीर भी अर्धनग्न हालत में था। पूरे मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ी बात कही है।
क्या है मामला?
दरअसल, 9 अगस्त की सुबह आरजी कर मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल पर सेमिनार हॉल के अंदर एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का शव पड़ा मिला था। वह इसी कॉलेज में ही पोस्ट ग्रेजुएट की छात्रा थी। दैनिक भास्कर के मुताबिक, महिला के आंख, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था। साथ ही उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, उंगली और होठों पर भी चोटे के निशान हैं। गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई मिली है।
पुलिस ने क्या बताया?
कोलकाता पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। पुलिस ने संजय रॉय नामक एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर मुरली धर ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारी 103 (1) और 64 के तहत केस दर्ज किया है। उन्होंने कहा, "यह बलात्कार और हत्या का मामला है। हम पारदर्शी तरीके से जांच कर रहे हैं।"
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या सामने आया?
आज तक के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला डॉक्टर के शरीर के कई हिस्सों पर चोट के निशान मिले हैं। उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था, चेहरे पर चोटें थीं और नाखून लगने के निशान थे। न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम हुआ है, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। हालांकि, ये प्रारंभिक रिपोर्ट है। कहा जा रहा है कि 1-2 दिन में विस्तृत रिपोर्ट आने पर और जानकारियां सामने आएंगी।
छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च
घटना के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि वे अस्पताल में सुरक्षा की कमी के कारण काम नहीं करेंगे। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने यह भी दावा किया कि अस्पताल का केवल आपातकालीन वार्ड ही खुला रहेगा। डॉक्टरों ने आपातकालीन वार्ड को छोड़कर सभी विभागों में काम बंद कर दिया है। कई छात्र संगठनों ने भी जांच की मांग करते हुए रैली निकाली है।
मामले पर राजनीति तेज
मामले पर राज्य में राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने राज्य सरकार पर अपराध छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि कोलकाता पुलिस को डॉक्टर की कथित हत्या को छिपाने और इसे आत्महत्या के रूप में दिखाने का निर्देश दिया गया था। वहीं, नर्सों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कांग्रेस ने कहा कि मामले की जांच कमेटी में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व भी होना चाहिए ताकि निष्पक्ष न्याय हो।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्या कहा?
ममता बनर्जी ने कहा, "यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति जैसा है। डॉक्टरों का गुस्सा और मांग जायज है। मैं इसका समर्थन करती हूं। मैंने पीड़ित परिवार से बात की है और उन्हें इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो आरोपियों को फांसी दी जाएगी। हालांकि, मैं फांसी की समर्थक नहीं हूं, लेकिन उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।"