भारत मना रहा 75वां गणतंत्र दिवस, कर्तव्य पथ पर दिखी नारी शक्ति और सैन्य शक्ति
देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश की बढ़ती सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के भव्य परेड समारोह का नेतृत्व किया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर दिल्ली समेत पूरे देश में सुरक्षा सख्त है। इस बार गणतंत्र दिवस की थीम 'विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका' है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं ने ट्वीट कर गणतंत्र दिवस को शुभकामनाएं दी।
लगभग 90 मिनट चली परेड
कर्तव्य पथ पर सुबह 10:30 बजे के आसपास परेड शुरू हुई, जो लगभग 90 मिनट तक चली। इसमें 'महिला सशक्तिकरण' पर केंद्रित 26 झांकियां शामिल हुईं, जिनमें सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों से लेकर विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान की झलक थी। समारोह की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर गए।
ध्वजारोहण के बाद दी गई 21 तोपों की सलामी
प्रधानमंत्री के बाद राष्ट्रपति मुर्मू और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 'पारंपरिक बग्गी' में पहुंचे। राष्ट्रपति के साथ उनके अंगरक्षक भी थे। यह भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट के लिए आज खास दिन था क्योंकि उसने 1773 में अपनी स्थापना के बाद से सेवा के 250 वर्ष पूरे कर लिए हैं। राष्ट्रपति मुर्मू के राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रगान हुआ और स्वदेशी तोप 105-एमएम इंडियन फील्ड गन के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई।
पहली बार महिला कलाकारों से हुई परेड की शुरुआत
ध्वजारोहण के बाद 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के 4 MI-17 IV हेलीकॉप्टरों ने कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों पर फूलों की वर्षा की। परेड की शुरुआत राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा सलामी लेने के साथ हुई। उन्हें तीनों सेनाओं के जवानों ने सलामी दी। परेड की शुरुआत पारंपरिक सैन्य बैंड की बजाय पहली बार 100 से अधिक महिला कलाकारों ने ताल वाद्ययंत्र बजाते हुए की। परेड की कमान दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार संभा रहे थे।
फ्रांस के बैंड दल और सैनिकों ने लिया परेड में हिस्सा
इस बार परेड में फ्रांसीसी सशस्त्र बलों का संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ता शामिल हुआ। 30 सदस्यीय बैंड दल का नेतृत्व कैप्टन खुर्दा ने किया और उनके पीछे फ्रांस का 90 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता था, जिसका नेतृत्व कैप्टन नोएल ने किया। 6 भारतीय फ्रांसीसी मार्चिंग दल का हिस्सा रहे। एक बहुउद्देश्यीय टैंकर परिवहन विमान और फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल के 2 राफेल लड़ाकू विमान ने सलामी मंच से आगे बढ़ टुकड़ियों के ऊपर से उड़ान भरी।
पुरुष दस्ते का नेतृत्व मेजर दिव्या त्यागी ने किया
इस बार खास यह रहा कि बॉम्बे सैपर्स के इतिहास में पहली बार इसके पुरुष दस्ते का नेतृत्व महिला अधिकारी 31 वर्षीय मेजर दिव्या त्यागी ने किया। इसी तरह लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा ने 'स्वाति रडार' और पिनाका रॉकेट प्रणाली का नेतृत्व किया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 260 से अधिक महिलाकर्मियों ने मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान साहसी करतब दिखाकर देश की 'नारी शक्ति' का प्रदर्शन किया।
भारतीय थलसेना की झांकी
भारतीय सेना की झांकी में 61वीं घुड़सवार रेजिमेंट शामिल रही, जिनका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया। 1953 में स्थापित 61वीं घुड़सवार दुनिया में एकमात्र सक्रिय घुड़सवार रेजिमेंट है। इसके अलावा दल में 12 मार्चिंग टुकड़ियां और एक फ्लाई पास्ट रहा। दल में टैंक टी-90 भीष्म, एनएजी मिसाइल सिस्टम, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, ऑल-टेरेन व्हीकल, पिनाका, स्वाति रडार, सर्वत्र मोबाइल ब्रिजिंग सिस्टम, ड्रोन जैमर सिस्टम और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल सिस्टम भी शामिल रहे।
भारतीय वायुसेना की झांकी का भी किया महिलाओं ने नेतृत्व
भारतीय वायुसेना की झांकी में 144 वायुसैनिक और 4 अधिकारी शामिल रहे। स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर, सुमिता यादव, प्रतीति अलहुवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल ने मार्चिंग दल का नेतृत्व किया। वायुसेना की झांकी की थीम 'भारतीय वायु सेना: सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर' थी। वायुसेना के 29 लड़ाकू विमानों, 8 मालवाहक विमानों, 13 हेलीकॉप्टरों और एक धरोहर विमान सहित कुल 51 विमानों ने हवाई करतब दिखाए। राफेल, सुखोई-30, जगुआर, C-130 और तेजस लड़ाकू विमान ने उड़ान भरी।
वायुसेना के 'फ्लाई-पास्ट' में महिला पायलटों का शक्ति प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना के 'फ्लाई-पास्ट' के दौरान 15 महिला पायलटों ने नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करते हुए दर्शकों का मनोरंजन किया। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CPF) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल थीं।
भारतीय नौसेना की झांकी
भारतीय नौसेना दल में 144 पुरुष और महिला अग्निवीर शामिल रहीं, जिनका नेतृत्व लेफ्टिनेंट प्रज्वल एम और प्लाटून कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट मुदिता गोयल, लेफ्टिनेंट शरवानी सुप्रिया और लेफ्टिनेंट देविका ऐच ने किया। नौसेना की झांकी में नारी शक्ति और स्वदेशीकरण और महासागरों में भारत की समुद्री ताकत का प्रदर्शन किया गया। झांकी के पहले भाग में भारतीय नौसेना की सभी भूमिकाओं और सभी रैंकों में महिलाओं को दर्शाया गया था।
9 मंत्रालयों और 16 राज्यों की झांकियां निकलीं
परेड समारोह में केंद्र सरकार के 9 मंत्रालयों की झांकियों के अलावा 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां दिखाई दीं। जिन राज्यों की झांकियां रहीं, उनमें उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, मणिपुर, हरियाणा, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, गुजरात, मेघालय, झारखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश शामिल रहे। हर राज्य की झांकी की अपनी विशेष थीम थी। कई राज्यों ने अपनी झांकियों में महिलाओं पर आधारित थीम को अपनाया।
IRSO की झांकी में दिखी चंद्रयान-3 की उपलब्धि
गणतंत्र दिवस परेड में ISRO की झांकी में चंद्रमा के दक्षिणी छोर पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को दिखाया गया। झांकी में लैंडिंग पॉइंट (शिव शक्ति पॉइंट) पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को दर्शाया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चे भी मार्च में शामिल हुए। इन बच्चों को बहादुरी, कला एवं संस्कृति, नवाचार, विज्ञान, समाज सेवा और खेलकूद के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया है।