रामदेव ने डॉक्टरों को बताया भगवान के दूत, कोरोना वैक्सीन भी लगवाएंगे
एलोपैथी के खिलाफ बयान देकर विवादों में घिरे रामदेव ने अपनी पहले कही बातों से पलटी मार ली है। कोरोना वायरस वैक्सीन न लगवाने की बात कह चुके रामदेव ने कहा कि वो जल्द ही इसकी खुराक लेंगे। डॉक्टरों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वो धरती पर भगवान के भेजे गए दूत हैं। गौरतलब है कि एलोपैथी को 'दिवालिया साइंस' कहने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
एलोपैथी को लेकर क्या था रामदेव का विवादित बयान?
एक वीडियो में रामदेव एलोपैथी को 'स्टुपिड और दिवालिया साइंस' कहते हुए सुने जा रहे थे। इसके बाद IMA ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर इस बयान का संज्ञान लेने और रामदेव के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी। बाद में विवाद बढ़ने पर इस बयान के लिए रामदेव ने खेद जताया था। एक और बयान में उन्होंने कहा था कि उन्हें वैक्सीन की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके पास योग और आयुर्वेद की सुरक्षा है।
रामदेव बोले- बहुत जल्द लगवाउंगा वैक्सीन
अब रामदेव ने केंद्र सरकार द्वारा 21 जून से सरकारी केंद्रों पर फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील करते हुए कहा कि दोनों खुराकें लगवाएं। वैक्सीन, योग और आयुर्वेद से दोहरी सुरक्षा मिलेगी। इससे ऐसा सुरक्षा कवच मिलेगा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना के कारण जान नहीं गंवानी पड़ेगी। जब उनसे पूछा गया कि वो वैक्सीन कब लगवाएंगे तो उन्होंने जवाब में बहुत जल्द कहा।
भगवान के भेजे दूत हैं डॉक्टर- रामदेव
डॉक्टरों की तारीफ करते हुए रामदेव ने उन्हें धरती पर भगवान के दूत बताया। योगगुरू ने कहा कि सभी अच्छे डॉक्टर्स भगवान के भेजे हुए दूत हैं। ये इस पृथ्वी के लिए एक तोहफा हैं। जब रामदेव से IMA के साथ चल रहे उनके विवाद पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि किसी संगठन के साथ उनकी दुश्मनी है। वह केवल दवाओं के नाम पर लोगों के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ हैं।
आपातकाल के लिए एलोपैथी सर्वोत्तम- रामदेव
NDTV के अनुसार, बाबा रामदेव ने आगे कहा कि ड्रग माफिया दुकानें खोलकर गैरजरूरी दवाएं ऊंची और मनमानी कीमतों पर बेचने लगे। इसलिए प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने कहा, "मैं किसी संगठन के खिलाफ नहीं है। अच्छे डॉक्टर वरदान हैं। वो भगवान के धरती पर भेजे दूत हैं, लेकिन कोई डॉक्टर गलत कर सकता है। यह उस व्यक्ति की गलती है। उन्होंने आपातकाल और शल्य चिकित्सा के लिए एलोपैथी को सर्वोत्तम बताया।
रामदेव ने दिया कानूनी नोटिस का जवाब
रामदेव ने मंगलवार को ही फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) की ओर से भेजे गए कानूनी नोटिस का जवाब दिया है। FAIMA का कहना था का रामदेव के बयानों से चिकित्सकों की भावनाएं आहत हुई हैं और उन्होंने आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ भ्रम फैलाने का भी प्रयास किया है। इसके जवाब में रामदेव ने नोटिस को पूरी तरह से गलत और अधूरी जानकारी के आधार पर जारी किया गया बताया।