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जयपुर: सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग, 8 मरीजों की मौत
जयपुर में सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगी

जयपुर: सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग, 8 मरीजों की मौत

लेखन गजेंद्र
Oct 06, 2025
09:02 am

क्या है खबर?

राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार देर रात आग लगने से हाहाकार मच गया। हादसे में 8 मरीजों की मौत हुई है। आग रात करीब 11:20 बजे ट्रॉमा सेंटर की दूसरी मंजिल पर स्थित न्यूरो के गहन चिकित्सा इकाई (ICU) वार्ड के स्टोर रूम में लगी थी, जिससे आग ने भयावह रूप ले लिया। मृतकों में 3 महिलाएं शामिल हैं। हादसे के बाद 5 मरीज गंभीर हालत में हैं।

हादसा

ICU में भर्ती से 11 मरीज

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, घटना के समय न्यूरो ICU में 11 और उसके बगल के ICU में 13 मरीज भर्ती थे। अन्य मरीजों को दूसरे ICU में शिफ्ट कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि स्टोर रूम में कागज, मेडिकल उपकरण और ब्लड सैंपल ट्यूब रखे हुए थे, जिससे आग काफी बढ़ गई थी और ICU तक पहुंच गई। मृतकों में पिंटू (सीकर), दिलीप (जयपुर), श्रीनाथ (भरतपुर), रुक्मणि (भरतपुर), कुशमा (भरतपुर), सर्वेश (आगरा), बहादुर (जयपुर) और दिगंबर वर्मा हैं।

कारण

कैसे लगी आग?

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के लिए अभी शॉर्ट सर्किट पर संदेह जताया जा रहा है, लेकिन फोरेंसिक जांच के बाद इसकी पुष्टि हो सकेगी। हादसे की सूचना पर पहुंचे अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि जब उन्होंने बचाव अभियान शुरू किया, तब अस्पताल में काफी धुआं भरा था। आग को बुझाने में डेढ़ घंटे का समय लगा। खिड़कियों को तोड़कर पानी की बौछार से आग पर काबू पाया गया। कई मरीजों को बिस्तर समेत बाहर निकाला गया।

ट्विटर पोस्ट

आग के बाद अस्पताल की स्थिति

ट्विटर पोस्ट

आग के समय मचा हाहाकार

जांच

मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेधम ने स्थिति का जायजा लेने के लिए ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया। आग की वजह से कई दस्तावेज, ICU उपकरण और अन्य सामान जलकर खाक हो गए हैं। राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। आग के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है।

आरोप

मरीजों के परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया

घटना के दौरान अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं। मरीजों के परिजनों ने दावा किया कि उन्होंने आग लगने से पहले कर्मचारियों को धुएं के बारे में सूचित किया था, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। एक मरीज ने आरोप लगाया कि उन्होंने वार्ड के पास धुआं देखा और तुरंत कर्मचारियों को सूचित किया, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया और आग लगने पर भाग गए। परिजनों को मरीजों की जानकारी भी नहीं मिल पा रही थी।