
रेल यात्रियों की चिंता हुई दूर, रेलवे के कंबलों में अब लगा मिलेगा घर जैसा कवर
क्या है खबर?
रेल में यात्रा करने वाले यात्रियों की सबसे बड़ी चिंता कंबलों और चादरों की साफ-सफाई को लेकर होती है, जिसे अब दूर करने की कोशिश की गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को राजस्थान के जयपुर से एक पायलट परियोजना की शुरूआत की है, जिसमें अब ट्रेन के अंदर मिलने वाले कंबलों को कवर के साथ दिया जाएगा। यात्रियों को अब कंबलों के गंदे और साफ होने की चिंता नहीं होगी। ये कवर अब रोजाना बदले जा सकेंगे।
शुरूआत
अभी जयपुर से शुरू हुई पहल
रेल मंत्री वैष्णव ने बताया, "रेलवे में कंबल वर्षों से उपयोग हो रहा है, लेकिन यात्रियों के मन में कंबल को लेकर हमेशा संशय रहता था। उसे दूर करने के लिए कंबल के कवर की शुरूआत की गई है। जैसे हम अपने घरों में कंबल के कवर रखते हैं, वैसे ही कवर अब ट्रेनों के कंबलों में मिलेंगे। यह व्यवस्था अभी जयपुर से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुई है, जिसमें सफलता मिलने पर उसे आगे बढ़ाया जाएगा।"
ट्विटर पोस्ट
अश्विनी वैष्णव का बयान
Jaipur, Rajasthan: Union Minster Ashwini Vaishnaw says, "A new initiative has been launched to bring significant improvements in passengers’ lives. As inspired by Prime Minister Narendra Modi, every work undertaken should prioritize the needs of citizens and their families,… pic.twitter.com/qJw3Wy27Hu
— IANS (@ians_india) October 16, 2025
गंदगी
एक महीने में एक बार धोए जाते हैं कंबल?
पिछले कुछ महीनों में कई ऐसी जानकारी सामने आई है, जिसमें पता चला है कि रेलवे के कंबल काफी दिनों बाद धोए जाते हैं। वर्ष 2020 और 2024 में सूचना के अधिकार (RTI) के तहत जानकारी मिली थी कि रेलवे के कंबलों को महीने में एक बार या फिर कभी-कभी 2 बार धोया जाता है। कई 12 कोच की गाड़ियों में कंबल 6 महीने से अधिक समय बाद धुलते हैं। हालांकि, सफेद चादरों की धुलाई हर बार होती है।