
देश के बहुत छोटे स्टेशनों पर क्या-क्या सुविधाएं बढ़ाने जा रहा भारतीय रेलवे?
क्या है खबर?
रेल मंत्रालय बड़े रेलवे स्टेशनों के अलावा उन स्टेशनों पर भी ध्यान देगा, जो क्षेत्रफल के हिसाब से बहुत छोटे हैं, लेकिन यात्रियों के लिए काफी जरूरी हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी जयपुर में दी। उन्होंने बताया कि यह कुछ ऐसे छोटे स्टेशन हैं, जिन पर पहले किसी ने काम करने की नहीं सोची, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे-बड़े सभी स्टेशन पर ध्यान देने को कहा है। अभी पायलट प्रोजेक्ट राजस्थान में शुरू हुआ है।
सुविधाएं
क्या होंगी सुविधाएं?
छोटे रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म की लंबाई और ऊंचाई को बढ़ाया जाएगा, जो अभी क्षतिग्रस्त हैं। प्लेटफॉर्म पर कवर और शेड बनाया जाएगा। यात्रियों की जानकारी के लिए साइन बोर्ड और ट्रेनों की सीटों की जानकारी के लिए डिस्प्ले स्क्रीन लगेगी। प्रतीक्षालय, शौचालय, खान-पान और बैठने की जगह का कायाकल्प होगा। इसके अलावा यात्री सूचना प्रणाली को भी दुरुस्त किया जाएगा। दिव्यांगों के लिए रैंप भी बनाए जाएंगे। इमारत को भी संवारा जाएगा। बिजली की व्यवस्था अच्छी होगी।
पहल
कितने छोटे हैं ये स्टेशन?
वैष्णव ने बताया कि यह प्रोजेक्ट अभी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर समेत अन्य सभी मंडलों के कुल 65 बहुत छोटे स्टेशनों पर शुरू हुआ है। आगे अन्य राज्यों के स्टेशन भी शामिल किए जाएंगे। इसमें नावा सिटी, पृथ्वीराजपुर, मोकलसर, पिपलाज, मकरेड़ा, भगवानपुर, गुड़ा, गोविंदी मारवाड़, सालावास, हरलया जैसे स्टेशन शामिल हैं। इन स्टेशनों पर रोजाना 100 से 500 यात्री आते हैं और 2 से 16 पैसेंजर, स्पेशल ट्रेनें रुकती हैं।
ट्विटर पोस्ट
अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी
#WATCH | जयपुर, राजस्थान: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "आज रेलवे में एक नई शुरूआत की गई है जो यात्रियों की जीवन में एक बड़ा बदलाव लाने का प्रयास है... रेलवे के सिस्टम में कंबल का व्यवहार हमेशा से रहा है लेकिन कंबल को लेकर एक संशय रहता था जिसे खत्म करने के लिए कंबल के कवर की… pic.twitter.com/I84EDEENU0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2025