हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिले राहुल-प्रियंका, योगी ने दिए CBI जांच के आदेश
क्या है खबर?
हाथरस जिले में गैंगरेप के बाद दलित युवती की मौत की घटना ने देश में उबाल ला दिया है।
इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव पहुंचे और करीब एक घंटे तक बंद कमरे में चर्चा की।
इसके कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की CBI जांच कराने के आदेश दे दिए।
बता दें कि गुरुवार को पुलिस ने राहुल-प्रियंका को पीड़िता के परिवार से मिलने से रोक दिया था।
जानकारी
प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मांग को गले लगाकर दी सांत्वना
गैंगरेप पीड़िता के घर पहुंचने के बाद प्रियंका गांधी सबसे पहले उसकी मां से मिली और उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने परिवार के साथ होने की बात कही। बाद में उन्होंने राहुल के साथ मिलकर बंद कमरे में परिजनों से बात की।
बयान
कोई ताकत हमे चुप नहीं करा सकती- राहुल गांधी
गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से बातचीत करने के बाद राहुल गांधी ने कहा, "हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। दुख की इस घड़ी में हम उनके साथ हैं। हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे और कोई भी ताकत हमें चुप नहीं करा सकती है।"
इसी तरह प्रियंका गांधी ने कहा, "हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे। परिवार न्यायिक जांच और सुरक्षा चाहता है। परिवार आखिरी बार अपनी बच्ची का चेहरा नहीं देख पाया। मुख्यमंत्री को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।"
CBI
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए मामले की CBI जांच के आदेश
इधर, शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराने के आदेश दे दिए।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। CMO ने ट्वीट कर लिखा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच CBI से कराए जाने के आदेश दिए हैं।'
बता दें कि इस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती सहित अन्य बड़े नेताओं ने पूरे प्रकरण की CBI जांच की मांग की थी।
प्रकरण
गैंगरेप के बाद हुई दलित युवती की मौत
चंदपा थानान्तर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती से गांव के उच्च जाति के चार युवकों ने गत 14 सितंबर को गैंगरेप किया था।
हमले में पीड़िता की कमर और गले की हड्डी टूट गई थी। मंगलवार को उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया था।
इसके बाद पुलिस ने परिजनों को जबरन घर में बंद कर आधी रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले की दिल्ली के निर्भया केस से तुलना की जा रही है।
हिरासत
पुलिस ने राहुल और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया
राहुल और प्रियंका गांधी गुरुवार को पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे थे। उसी दौरान पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर रोक लिया।
राहुल गांधी गाड़ी से उतर कर पैदल ही आगे बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस ने उनके और कार्यकर्ताओं के साथ हाथापाई कर दी। इसमें राहुल गिर गए।
बाद में पुलिस ने राहुल और प्रियंक को हिरासत में ले लिया। इसी तरह पुलिस ने शुक्रवार को TMC सांसदों को भी वहां नहीं जाने दिया था।
ट्वीट
दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस जाने से रोक नहीं सकती- राहुल गांधी
हाथरस रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट किया था, 'इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए। दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।'
इसी तरह प्रियंका ने कहा था कि पुलिस रोकेगी तो वह फिर प्रयास करेंगे।
जानकारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच लोगों को दी थी हाथरस जाने की इजाजत
राहुल और प्रियंका के बार-बार हाथरस जाने के प्रयास को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें अधिकतम पांच लोगों के साथ जाने की इजाजत दी थी। इसके बाद वह शाम को DND हाइवे पर नोएडा बॉर्डर से प्रियंका गांधी के साथ रवाना हो गए थे।
विरोध
35 सांसदों के साथ दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हुए थे राहुल-प्रियंका
बता दें कि राहुल और प्रियंका गांधी दोपहर में अपने 35 सांसदों के साथ दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हुआ थे।
इसको देखते हुए प्रशासन ने DND में धारा-144 लगाकर उन्हें रोक लिया। इसका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया।
विरोध को देखते हुए पुलिस लाठीचार्ज करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ा। बाद में पांच लोगों की इजाजत मिलने के बाद राहुल और प्रियंका को मास्क और सैनिटाइजर के साथ रवाना किया गया।
आश्वासन
पुलिस महानिदेशक और अपर मुख्य गृह सचिव ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
इससे पहले दोपहर में उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) हितेश चन्द्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय का पूरा भरोसा दिलाया।
उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। SIT ने अपना काम करना शुरू कर दिया है। गांव में सुरक्षा व्यवस्था सही रूप से बनी रहेगी। अवस्थी ने कहा कि SIT की पहली रिपोर्ट मिल गई है और वह हर मुद्दे पर संज्ञान लेगी।