LOADING...
पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के सहयोगियों पर कसा शिकंजा, हथियार लाइसेंस रद्द होंगे
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल से सहयोगियों के हथियारों के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की

पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के सहयोगियों पर कसा शिकंजा, हथियार लाइसेंस रद्द होंगे

लेखन नवीन
Mar 07, 2023
07:45 pm

क्या है खबर?

अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के समर्थकों के विरोध-प्रदर्शन के बाद पंजाब पुलिस एक्शन में आ गई है। इस घटना के मद्देनजर अब पुलिस ने अमृतपाल के सहयोगियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने अमृतसर जिला प्रशासन को पत्र लिखकर अमृतपाल के सहयोगियों के हथियारों के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है। पुलिस ने कहा कि ये लाइसेंस खालिस्तानी नेता को सुरक्षा देने के लिए नहीं दिए गए हैं।

क्या था मामला

क्या है अजनाला कांड? 

23 फरवरी को अमृतसर के अजनाला पुलिस थाने को 'वारिस पंजाब दे' संगठन के हजारों लोगों ने घेर लिया था। ये लोग अमृतपाल के सहयोगी लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर हाथों में तलवार, बंदूक और लाठियां लिए थाने में घुसने की कोशिश करने लगे। इस दौरान 3 पुलिसवालों को चोटें आईं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग को भी उखाड़ फेंका था। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए टकराव में 10-12 लोग घायल हो गए थे।

विपक्ष

घटना को लेकर पंजाब सरकार और पुलिस की हुई थी किरकिरी

अजनाला पुलिस स्टेशन में हुई घटना के बाद अमृतपाल की मांगों को मानने और उनके समर्थकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने पर पंजाब पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी। इस घटना के बाद पंजाब सरकार भी विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई थी, वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और दमदमी टकसाल जैसे धार्मिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की। अब पुलिस ने अमृतपाल के 9 सहयोगियों के हथियारों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की है।

Advertisement

अलर्ट

खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस को किया था अलर्ट

पिछले दिनों खुफिया एजेंसियों ने शक जताया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) अमृतपाल की फंडिंग कर रही है। ऐसे में पंजाब में ISI समर्थित खालिस्तानी समूह सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ सकते हैं। एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में पंजाब पुलिस को पंजाब-जम्मू सीमा पर चौकसी बढ़ाने के लिए कहा है। इसमें आशंका जताई गई है कि ISI पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की खेप भेज सकती है।

Advertisement

अमृतपाल

कौन है अमृतपाल सिंह? 

अमृतपाल सिंह का जन्म अमृतसर के जादूखेड़ा गांव में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई के बाद वो रोजगार की तलाश में दुबई चला गया और वहां परिवार के साथ ट्रांसपोर्ट का कामकाज करने लगा। अमृतपाल पिछले साल ही दुबई से लौटा था और अपनी दमदार भाषण शैली की वजह से जल्द ही लोगों के बीच मशहूर हो गया। उसे पिछले साल ही 'वारिस पंजाब दे' संगठन का प्रमुख चुना गया था।

संगठन

'वारिस पंजाब दे' संगठन क्या है? 

इस संगठन को पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू ने पंजाबी हितों के संरक्षण और सामाजिक कार्यों के लिए बनाया था। सिद्धू किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी, 2021 को लाल किले पर हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए थे। 15 फरवरी, 2022 को उनकी एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिसके बाद अमृतपाल सिंह को संगठन का प्रमुख बनाया गया। अमृतपाल ने युवाओं को ध्यान में रख संगठन की वेबसाइट बनाई और लोगों को जोड़ना शुरू किया।

Advertisement