अमृतसर: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने दिखाई ताकत; समर्थकों ने थाने पर बोला धावा, अल्टीमेटम दिया
क्या है खबर?
पंजाब के अमृतसर में 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने गुरुवार को अपने सहयोगी की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। अमृतपाल के समर्थक तलवारों और बंदूकों से लैस होकर अजनाला पुलिस थाने के बाहर पहुंचे थे और लवप्रीत तूफान को 24 घंटे के भीतर रिहा करने का अल्टीमेटम दिया।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त ने भी कहा कि इस मामले की जांच में लवप्रीत के निर्दोष होने के काफी सबूत मिले हैं।
मामला
क्या है मामला?
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके 5 सहयोगियों पर खिलाफ रूपनगर जिले के चमकौर साहिब के निवासी वरिंदर सिंह के कथित अपहरण और मारपीट के लिए मामला दर्ज किया गया है।
मामले में पिछले दिनों पुलिस ने अमृतपाल के एक सहयोगी लवप्रीत तूफान को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल ने कहा था कि उनका सहयोगी निर्दोष है और पुलिस द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।
अमृतपाल ने तभी थाने का घेराव करने की धमकी भी दी थी।
प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन के दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल
अमृतसर में 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख के समर्थक तलवारें और बंदूकें लेकर अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए थे। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने का प्रयास किया था।
इस दौरान प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़कर पुलिसकर्मियों से भिड़ गए, जिसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अजनाला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बयान
प्रदर्शन के दौरान अमृतपाल ने क्या कहा?
अमृतपाल ने कहा, "FIR केवल एक राजनीतिक मकसद से दर्ज की गई थी। यदि मामला वापस नहीं लिया गया तो आगे जो कुछ भी होगा, उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्हें लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते, इसलिए यह शक्ति प्रदर्शन आवश्यक था।"
उन्होंने कहा, "हम खालिस्तान के मामले को बहुत शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं, जब लोग हिंदू राष्ट्र की मांग कर सकते हैं तो हम खालिस्तान की मांग क्यों नहीं उठा सकते।"
बयान
लवप्रीत की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने क्या कहा?
अमृतसर के पुलिस आयुक्त जसकरन सिंह ने मामले पर कहा, "प्रदर्शनकारियों ने पर्याप्त सबूत दिए हैं कि वह (लवप्रीत तूफान) निर्दोष है। विशेष जांच दल (SIT) ने इस पर ध्यान दिया है। ये लोग अब शांतिपूर्वक चले जाएंगे और कानून अपना काम करेगा।"
संगठन
क्या है 'वारिस पंजाब दे' संगठन?
'वारिस पंजाब दे' संगठन को अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने खड़ा किया था। सिद्धू 26 जनवरी, 2021 को लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में प्रमुख आरोपी था और पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में दीप सिद्धू की मौत हो गई थी।
इसके बाद सितंबर, 2022 में अमृतपाल को संगठन का प्रमुख बनाया गया था। अमृतपाल जरनैल सिंह भिंडरावाले का समर्थक है। उसे खालिस्तान समर्थक माना जाता है।
विवाद
इन विवादों में भी जुड़ा है अमृतपाल का नाम
सुधीर सूरी हत्याकांड को अंजाम देने वाले संदीप सिंह से भी अमृतपाल का नाम जोड़ा जाता है और वो भी खालिस्तान का समर्थक है। संदीप ने हाल में अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से अमृतपाल के वीडियो शेयर किये थे।
इसके अलावा अमृतपाल पर हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी देने का आरोप भी लगा था। उन्होंंने कहा था कि शाह का पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा ही हश्र होगा।