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पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान की होगी भरपाई, खेतों से रेत बेच सकेंगे किसान
पंजाब सरकार ने बाढ़ के बाद नुकसान की भरपाई के लिए कई घोषणा की (तस्वीर: एक्स/@UmeshThakran007)

पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान की होगी भरपाई, खेतों से रेत बेच सकेंगे किसान

लेखन गजेंद्र
Sep 08, 2025
06:37 pm

क्या है खबर?

पंजाब में आई भीषण बाढ़ ने 23 जिलों को प्रभावित किया है, जिससे हजारों किसानों की लाखों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं। मुख्यमंत्री मान ने किसानों और मृतकों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। साथ ही 'जिसका खेत, उसकी रेत' योजना को भी हरी झंडी दिखाई है। कृषि कर्ज में भी राहत देने का फैसला लिया गया है।

योजना

क्या है 'जिसका खेत, उसकी रेत' योजना?

पंजाब सरकार ने इस योजना के तहत किसानों को खेतों की रेत बेचने की छूट दी है। सरकार ने फैसला लिया है कि जिस किसान के खेत में नदी की बाढ़ आने से रेत जमा हो गई है, उसका पूरा हक किसानों का होगा। किसान अपने खेत की रेत निकालकर बेच सकेंगे और अपने नुकसान की भरपाई कर सकेंगे। इससे खेत तो साफ होंगे ही साथ में किसानों को आर्थिक फायदा भी होगा। रेत पर सरकार का हक नहीं होगा।

राहत

किसानों को और क्या दी राहत?

पंजाब में बाढ़ प्रभावित किसानों को फसल की बर्बादी के एवज में 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा। जिन लोगों ने अपने परिजनों को बाढ़ में खोए हैं, उनके परिजनों को 6 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। साथ ही घर टूटने वालों को भी मदद मिलेगी। सहकारी सोसाइटी और बैंकों से लिया गया कर्ज चुकाने से 6 महीने की राहत मिलेगी और उसका ब्याज भी नहीं चुकाना होगा। मवेशियों के नुकसान पर भी आर्थिक मदद मिलेगी।

बाढ़

पंजाब में 26 साल बाद आई भीषण बाढ़

पंजाब में 1988 में भीषण बाढ़ आई थी, जिसके बाद इस साल की बाढ़ को बड़ी बताई जा रही है। कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने बताया था कि बाढ़ का असर 23 जिलों में दिखा है और सबसे अधिक गुरदासपुर, मानसा, अमृतसर, कपूरथला, फिरोजपुर, तरनतारन और होशियारपुर जिले प्रभावित हैं। करीब 1,400 गांव चपेट में हैं, जिससे 3.54 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में 1.48 लाख हेक्टेयर खड़ी फसलें बर्बाद हो गई है।

ट्विटर पोस्ट

भगवंत मान ने घोषणा की