मध्य प्रदेश: VIT विश्वविद्यालय में छात्रों ने कारों-बसों को आग लगाई, भारी तोड़-फोड़; क्यों भड़की हिंसा?
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) विश्वविद्यालय के छात्र हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां छात्रों ने कई बसों-वाहनों को आग लगा दी और परिसर में तोड़फोड़ की। इसके बाद विश्वविद्यालय 5 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में पानी और भोजन खराब गुणवत्ता का है, जिससे कई छात्र बीमार हो गए हैं और उन्हें पीलिया हो गया है।
प्रदर्शन
परिसर में अर्धसैनिक बल, 5 थानों की पुलिस तैनात
बीती रात विश्वविद्यालय के छात्रावास में रह रहे करीब 4,000 छात्रों ने परिसर में बस और कारों में आग लगा दी और भारी तोड़फोड़ की। छात्रों ने एंबुलेंस और चांसलर के बंगले को भी नहीं बख्शा। हालात बिगड़ते देख आसपास के 5 थानों का बल मौके पर पहुंचा और छात्रों को समझाया। अग्निशमन दल को भी मौके पर भेजा गया। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने 30 नवंबर तक अवकाश घोषित कर दिया है। कई छात्र छात्रावास छोड़कर जा चुके हैं।
वजह
क्यों उग्र हुए छात्र?
रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र लंबे समय से पानी और खाने की गुणवत्ता को सुधारने की मांग कर रहे थे। छात्रों का कहना है कि खराब पानी के चलते 100 से ज्यादा छात्रों को पीलिया हो गया है। सुनवाई नहीं होने पर छात्रों ने विरोध किया, तो गार्ड्स ने उनके साथ मारपीट की। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें गार्ड छात्रों को पीटते दिख रहे हैं। इसके बाद छात्रों का गुस्सा भड़क गया।
हालात
अभी कैसे हैं हालात?
बीती रात भड़की हिंसा के बाद पुलिसकर्मियों ने छात्रों को समझाइश देकर मामला शांत करा दिया था। हालांकि, आज सुबह फिर परिसर में हिंसा भड़क उठी और छात्रों ने एक इमारत में आग लगा दी। इसके बाद अर्धसैनिक बलों और अग्निशमन टीम को तैनात किया गया है। विश्वविद्यालय बंद होने के बाद छात्र घरों को लौट रहे हैं, जिसके चलते विश्वविद्यालय के सामने वाले रोड पर अफरा-तफरी का माहौल है।
विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने आरोपों को नकारा
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पीलिया से मौतें होने और गुणवत्ताहीन भोजन-पानी के आरोपों को नकारा है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार केके नायर ने वीडियो जारी कर कहा, "विश्वविद्यालय में पीलिया से मौतों की अफवाहें पूरी तरह निराधार और गलत हैं। किसी भी छात्र की मौत नहीं हुई है। इस तरह की खबरें भ्रामक हैं।" प्रबंधन ने आरोप लगाया कि संस्थान को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, प्रबंधन ने कुछ विस्तृत जानकारी नहीं दी है।
छात्र
छात्र बोले- हमें धमकियां दीं, मारपीट की गई
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक छात्र ने कहा, "प्रदर्शन इसलिए बढ़ गए, क्योंकि प्रबंधन ने शिकायतों का बिना जवाब दिए लगातार दबाया। पीलिया फैलने और खाने-पीने की गुणवत्ता को लेकर छात्रों की चिंताओं पर अधिकारियों से बात करने की बार-बार कोशिशों के बावजूद, कोई पक्का भरोसा या कदम नहीं उठाया गया। जब भी हमने ये मुद्दे उठाए, स्टाफ और गार्ड ने हमारे साथ बुरा बर्ताव किया। हमें चुप कराने के लिए धमकियां दी गईं और मारपीट की गई।"