राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल में उड़ान भरी, ऐसा करने वाली पहली राष्ट्रपति बनीं
क्या है खबर?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को हरियाणा के अंबाला वायुसेना अड्डे से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। इसी के साथ वह राफेल उड़ाने वाली पहली राष्ट्रपति बन गई हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अप्रैल में हुए आतंकी हमले का बदला लेने लिए इसी वायुसेना अड्डे से 'ऑपरेशन सिंदूर' अभियान शुरू हुआ था। तब राफेल ने सीमा पार 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट करके बड़ी सफलता अर्जित की थी। बुधवार को राष्ट्रपति मुर्मू ने इसी संदेश को आगे बढ़ाया है।
ट्विटर पोस्ट
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल में उड़ान भरी
President Droupadi Murmu at the Ambala Air Force Station. She will shortly take a sortie in the Rafale aircraft.#Rafale @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/BPlnSZSJQW
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 29, 2025
उड़ान
इससे पहले सुखोई पर सवार हो चुकी हैं राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मू ने इससे पहले अप्रैल 2023 में असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन पर सुखोई 30 MKI लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी, जिसके साथ ही वह भारत की तीसरी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्राध्यक्ष बनी थीं। राष्ट्रपति मुर्मू से पहले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल ने क्रमशः 8 जून, 2006 और 25 नवंबर, 2009 को पुणे के पास लोहेगांव स्थित वायुसेना स्टेशन पर सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।
तनाव
राफेल ने छुड़ाए थे पाकिस्तानी सेना के पसीने
फ्रांसीसी एयरोस्पेस प्रमुख डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल लड़ाकू विमान को सितंबर 2020 में अंबाला में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। पहले 5 राफेल विमान 27 जुलाई, 2020 को फ्रांस से आए थे। उन्हें 17 स्क्वाड्रन, 'गोल्डन एरो' में शामिल किया गया। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' में राफेल का उपयोग किया था। इसके बाद युद्ध 4 दिन चला और 10 मई को पाकिस्तान के अनुरोध पर संघर्ष रोका गया।