
सोनम वांगचुक पर NSA लगाए जाने की खबरें, गिरफ्तारी पर सियासी बवाल भी शुरू
क्या है खबर?
पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लद्दाख में हिंसा भड़कने के 2 दिन बाद ये कार्रवाई हुई है। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि सरकार ने वांगचुक को सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया है। यानी उन्हें लंबे समय तक बिना जमानत के हिरासत में रखा जा सकेगा। वहीं, वांगचुक की गिरफ्तारी का सियासी विरोध भी शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने केंद्र सरकार को घेरा है।
लद्दाख
वांगचुक को लद्दाख से बाहर ले जा सकती है पुलिस- रिपोर्ट
NDTV ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि वांगतुक को पुलिस आज रात या कल सुबह लद्दाख से बाहर ले जा सकती है। सुरक्षा स्थिति को देखते हुए लेह में इंटरनेट बंद कर दिया गया है और सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। फिलहाल वांगचुक को अज्ञात जगह पर रखा गया है। हिंसा के बाद से लगातार तीसरे दिन कर्फ्यू लगा हुआ है। स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं।
AAP
AAP बोली- सरकार तानाशाही पर उतर आई
आम आदमी पार्टी (AAP) ने लिखा, 'लद्दाख के हक और अधिकारों की आवाज उठाने के लिए सरकार ने वांगचुक को गिरफ्तार कर बता दिया है कि वह तानाशाही पर उतर आई है। आम आदमी पार्टी मोदी सरकार के इस कदम का विरोध करती है। हम लद्दाख के लोगों की इस लड़ाई में उनके साथ खड़े हैं।' AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हमारे देश में तानाशाही चरम पर है। तानाशाही और अहंकार करने वालों का अंत बहुत बुरा होता है।'
उमर
उमर अब्दुल्ला बोले- सरकार वादों से मुकर गई
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वांगचुक की गिरफ्तारी पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा, "ये तो लग ही रहा था, जिस तरह से सरकार उनके पीछे पड़ी थी. हमारे साथ भी कुछ वादें हुए थे लेकिन सरकार अपने वादे पर रही नहीं। हिल काउंसिल के चुनाव से पहले एक मंत्री लेह गए थे, क्योंकि लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। उन्होंने लोगों से वादे किए। इसके बाद बढ़ चढ़कर चुनाव में हिस्सा लिया, लेकिन वादे वहीं रह गए।"
पत्नी का बयान
वांगचुक की पत्नी बोलीं- उनके साथ अपराधियों जैसा व्यव्हार किया गया
वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने कहा कि उनके पति के साथ बिना किसी वजह अपराधी जैसा व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा, "यह लोकतंत्र का सबसे घटिया रूप है। बिना किसी मुकदमे और कारण के, उन्होंने उन्हें एक अपराधी की तरह मान लिया है। सरकार को किसी ऐसे व्यक्ति की छवि खराब करने के लिए इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए, जो पिछले 5 सालों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहा है।" इस दौरान गीतांजलि ने भाजपा को भी खूब घेरा।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
NSA 1980 में लाया गया था। इसका इस्तेमाल देश की सुरक्षा और विदेशी देशों के साथ संबंध, कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी विदेशी को भारत से बाहर करने के मामलों में हो सकता है। NSA के तहत किसी व्यक्ति को 3 महीने तक जमानत के बिना पुलिस हिरासत में रखा जा सकता है। ये अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। पुलिस आरोप तय किए बिना संदिग्ध को एक साल तक जेल में रख सकती है।