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दिल्ली की बिगड़ती हवा को लेकर PMO सख्त, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई का आदेश
दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने आदेश जारी किए

दिल्ली की बिगड़ती हवा को लेकर PMO सख्त, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई का आदेश

लेखन गजेंद्र
संपादन Manoj Panchal
Nov 25, 2025
04:52 pm

क्या है खबर?

दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार गिर रही वायु गुणवत्ता ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। मंगलवार को PMO ने मामले में सख्ती दिखाते हुए उचित कदम उठाने को कहा है। PMO ने एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और अधिकारियों को राजधानी में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के इस्तेमाल पर जोर देने को कहा है।

बैठक

दिल्ली में अब भी 37 प्रतिशत पुराने वाहन

इंडिया टुडे के मुताबिक, बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव ने की है। उन्होंने अधिकारियों को प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के साथ-साथ उत्सर्जन मानदंडों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की जांच तेज करने का निर्देश दिया है। बैठक में बताया गया कि दिल्ली-NCR में 37 प्रतिशत वाहन अभी भी पुराने BS-I से BS-III उत्सर्जन मानदंडों वाले हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई को कहा गया है। इस दौरान दिल्ली में EV पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार पर चर्चा केंद्रित रही।

बैठक

अधिकारियों को पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम करने को कहा

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय ने अधिकारियों को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, चार्जिंग स्टेशन और सब्सिडी पर तेजी से प्रगति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। साथ ही अधिकारियों को भी पारंपरिक पेट्रोल और डीजल वाहनों पर निर्भरता कम कर इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर आने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि PMO प्रदूषण के स्रोतों पर सीधे निगरानी रख रहा है। आने वाले दिनों में दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई तेज हो सकती है।

प्रदूषण

आधे कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश

दिल्ली और NCR में हवा की गुणवत्ता अब और खराब होती जा रही है। सोमवार को दिल्ली-NCR के 20 इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 पार निकल गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है। नोएडा और गाजियाबाद में भी AQI 400 के पार निकल गया है। दिल्ली सरकार ने सोमवार को सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों को निर्देश दिया है कि वे 50 प्रतिशत से ज्यादा स्टाफ को घर से काम (WFH) की छूट दें।

गाड़ियां 

दिल्ली में गाड़ियों का लोड ज्यादा

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ट्रांसपोर्टेशन पर जोर इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि दिल्ली में गाड़ियों की संख्या बहुत ज्यादा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की 2.97 करोड़ रजिस्टर्ड गाड़ियों में से करीब 1.57 करोड़ केवल दिल्ली में ही हैं। एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने भी गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को मुख्य चिंता बताया है। PMO ने दिल्ली से लगे चारों राज्यों (हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब) को प्रदुषण कम करने के लिए तुरंत कदम उठाने को कहा।