संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का देशवासियों को पत्र, लिखा- राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों को निभाएं
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 'संविधान दिवस' पर देशवासियों के लिए एक खुला पत्र लिखा है। उन्होंने संविधान के अंगीकृत होने की 76वीं वर्षगांठ को कई मायनों में खास बताया। उन्होंने लिखा कि हमारा संविधान एक ऐसा पवित्र दस्तावेज है, जो निरंतर देश के विकास का सच्चा मार्गदर्शक बना हुआ है। उन्होंने इस मौके पर लोगों से राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने और भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अपना योगदान देने को कहा।
पत्र
संविधान ने मुझ गरीब को प्रधानमंत्री बनाया- मोदी
पत्र में मोदी ने लिखा, 'ये भारत के संविधान की ही शक्ति है जिसने मुझ जैसे गरीब परिवार से निकले साधारण व्यक्ति को प्रधानमंत्री के पद पर पहुंचाया है। संविधान की वजह से मुझे 24 वर्षों से निरंतर सरकार के मुखिया के तौर पर काम करने का अवसर मिला है।' उन्होंने इस मौके पर डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और डॉक्टर बाबासाहेब अम्बेडकर समेत उन महान विभूतियों का स्मरण किया, जिन्होंने भारत के संविधान के निर्माण में अपना अहम योगदान दिया है।
खास
इस साल के संविधान दिवस को बताया खास
प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष के संविधान दिवस को कई मायनों में खास बताया। उन्होंने लिखा कि इस वर्ष सरदार वल्लभभाई पटेलजी और भगवान बिरसा मुंडाजी की 150वीं जयंती का है। सरदार पटेलजी की प्रेरणा से जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाकर भारत का संविधान पूरी तरह लागू किया। उन्होंने लिखा, 'इस साल हम वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं। साथ ही श्रीगुरु तेग बहादुरजी की शहादत के 350वें वर्ष को भी मना रहे हैं।'
बल
राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों पर बल
मोदी ने लिखा, 'हमारे संविधान का आर्टिकल 51A मौलिक कर्तव्यों को समर्पित है। ये कर्तव्य हमें सामाजिक और आर्थिक प्रगति प्राप्त करने का रास्ता दिखाते हैं। महात्मा गांधी ने हमेशा नागरिकों के कर्तव्यों पर बल दिया। वे मानते थे कि जब हम ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं, तो हमें अधिकार भी स्वत: मिल जाते हैं।' उन्होंने लिखा, 'हमारे सामने विकसित भारत का लक्ष्य है, इसलिए हमें राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखते हुए आगे बढ़ना है।'
संविधान
भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर जोर
उन्होंने लिखा, 'हमें राष्ट्र-समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना होगा। देश के लिए मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए। अपना कर्तव्य पूरा करने के लिए हमें हर काम पूरी क्षमता-निष्ठा से करने का प्रयास करना होगा।' मोदी ने हर साल 26 नवंबर को स्कूलों-कॉलेजों में 18 वर्ष के होने वाले पहली बार के युवा मतदाताओं के लिए विशेष सम्मान समारोह आयोजित करने को कहा। उन्होंने लिखा कि कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनकर विकसित राष्ट्र में योगदान दे सकते हैं।
ट्विटर पोस्ट
प्रधानमंत्री मोदी का पूरा पत्र
संविधान दिवस पर मैंने देशभर के अपने परिवारजनों के नाम एक पत्र लिखा है। इसमें हमारे संविधान की महानता, जीवन में मौलिक कर्तव्यों का महत्त्व और हमें पहली बार मतदाता बनने का उत्सव क्यों मनाना चाहिए, ऐसे कई विषयों पर अपने विचार साझा किए हैं…https://t.co/6SsfdWIUsO
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2025