LOADING...
G-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने की कई बैठकें, ऑस्ट्रेलिया-कनाडा के साथ शुरू की त्रिपक्षीय पहल 
G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने कई वैश्विक नेताओं संग बैठक की

G-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने की कई बैठकें, ऑस्ट्रेलिया-कनाडा के साथ शुरू की त्रिपक्षीय पहल 

लेखन आबिद खान
Nov 23, 2025
10:28 am

क्या है खबर?

G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं। बीते दिन उन्होंने सम्मेलन में 3 सत्रों को संबोधित किया और विकास के पुराने चले आ रहे मानकों को बदलने का आग्रह किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। बता दें कि अमेरिका ने सम्मेलन का बहिष्कार किया है, जिसके चलते भारत की भूमिका बढ़ गई है।

बैठकें

ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों के नेताओं से मिले प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन के इतर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की। इसके अलावा वे इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस, सिएरा लियोन के राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो, जर्मन चांसल फ्रैडरिक मर्ज समेत कई संगठनों के प्रमुखों से मिले।

दक्षिण कोरिया

UN और WTO के प्रमुख से भी मिले प्रधानमंत्री

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग के साथ इसी साल प्रधानमंत्री ने दूसरी बार मुलाकात की है। उन्होंने कहा, 'हमने अपने आर्थिक और निवेश संबंधों को और गहरा करने के लिए अपने विचार साझा किए।' प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव एटेनियो गुटेरेस, अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंसाल्वेस लौरेंको, सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग, वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह, विश्व व्यापार संगठन (WTO) की निदेशक डॉक्टर न्गोजी ओकोन्जो-इवेला के साथ भी मुलाकात की।

पहल

भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने की अहम साझेदारी

सम्मेलन के दौरान भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने उभरती तकनीक और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में त्रिपक्षीय पहल की शुरुआत की। संयुक्त बयान के अनुसार, "तीनों पक्ष मौजूदा द्विपक्षीय पहलों के पूरक के रूप में महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग में अपनी महत्वाकांक्षा को मजबूत करने पर सहमत हुए।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह पहल उभरती प्रौद्योगिकियों में तीनों लोकतांत्रिक भागीदारों के बीच सहयोग गहरा करेगी, आपूर्ति श्रृंखलाओं के विविधीकरण, स्वच्छ ऊर्जा और AI को अपनाने में सहायता करेगी।"

प्रस्ताव

प्रधानमंत्री ने रखे 3 प्रस्ताव

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान 3 पहल पेश की। इनमें वैश्विक पारंपरिक ज्ञान भंडार, G-20 अफ्रीका स्किल इनिशिएटिव और ड्रग्स के खिलाफ पहल शामिल है। प्रधानमंत्री ने ड्रग तस्करी, अवैध धन और आतंकवाद की फंडिंग रोकने के लिए सदस्य देशों के वित्तीय, सुरक्षा और शासन तंत्र को एकजुट करने की बात कही। उन्होंने कहा कि विकास के पुराने मानकों ने संसाधनों का दोहन किया है, इसलिए इन्हें बदलना जरूरी है।

प्लस

न्यूजबाइट्स प्लस

G-20 को दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के समूह G-7 के विस्तार के रूप में देखा जाता है। G-7 में फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा हैं। शुरू में G-20 केवल वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों का फोरम था। 2008 से इसमें देशों के राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री भी शामिल होने लगे। G-20 वैश्विक अर्थव्यवस्था का 80 प्रतिशत, वैश्विक निर्यात का 75 प्रतिशत और आबादी के 80 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।