शिंजो आबे को श्रद्धांजलि देने जापान पहुंचे मोदी, किशिदा से की द्विपक्षीय मुलाकात
शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान पहुंच चुके हैं। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने अपने जापानी समकक्ष फूमियो किशिदा के साथ मुलाकात की और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के नेतृत्व में दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे और कई क्षेत्रों में उनका विस्तार हुआ। मोदी ने उम्मीद जताई कि किशिदा के नेतृत्व में भी दोनों देशों के रिश्ते गहरे होंगे और नए मुकाम पर पहुंचेंगे।
विदेश मंत्रालय ने जारी किया यह बयान
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इसमें प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने भारत-जापान रिश्ते मजबूत करने के साथ-साथ एक मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के दृष्टिकोण की अवधारणा में पूर्व प्रधानमंत्री आबे की भूमिका को रेखांकित किया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के विचारों का आदान-प्रदान हुआ।
100 से अधिक देशों के नेता लेंगे अंतिम संस्कार में भाग
प्रधानमंत्री मोदी 100 से अधिक देशों के उन नेताओं में शामिल हैं, जो आबे के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए जापान पहुंचे हैं। इन नेताओं में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी एलबेनीस और वियतनाम के राष्ट्रपति आदि शामिल हैं। करीब 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जापान पहुंच चुके हैं। इन नेताओं की की सुरक्षा के लिए कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
जुलाई में हुई थी शिंजो आबे की हत्या
8 जुलाई के जापान के नारा शहर में शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वो एक सभा को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान हमलावर ने उन पर गोली चला दी, जो सीधी सीने में जाकर लगी। इससे वह मौके पर ही बेसुध होकर गिर पड़े, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। गोली लगने से आबे के दिल के पास बड़ा छेद हो गया था और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
भारत ने घोषित किया था राष्ट्रीय शोक
शिंजो आबे की मौत के शोक में भारत सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया था। आबे को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने कहा था कि आबे के साथ उनका नाता बहुत पुराना था और वह गुजरात के मुख्यमंत्री के अपने कार्यकाल के समय से उन्हें जानते थे। उन्होंने बताया कि जापान दौरे पर वह आबे से मिले थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये उनकी अंतिम मुलाकात होगी।