मुक्त व्यापार समझौते पर कनाडा ने रोकी थी बातचीत- पीयूष गोयल
क्या है खबर?
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच चल रहा कूटनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है।
अब कनाडा ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत रोक दी है। इसकी जानकारी देते हुए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इससे कनाडा को अधिक नुकसान होगा।
इस बीच कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कनाडा से निज्जर की हत्या के लगाए गए आरोपों पर सबूत की मांग की है।
समझौता
पीयूष गोयल ने कहा- इससे कनाडा को होगा अधिक नुकसान
एक कार्यक्रम में बोलते हुए गोयल ने कहा, "कनाडा के साथ हमने कोई बातचीत नहीं रोकी है, उन्होंने रोकी है। कुछ कनाडाई राजनेताओं के बीच कुछ गलतफहमियां हैं, जो निराधार हैं।"
उन्होंने कहा, "इस कदम से कनाडा को अधिक नुकसान होगा क्योंकि भारत के बाजार में वस्तुओं और सेवाओं की उच्च मांग है और हमारा देश अधिक अवसर प्रदान करता है।"
उन्होंने आगे बताया कि ब्रिटेन के साथ समझौते को लेकर भारत की बातचीत लगातार आगे बढ़ रही है।
समझौता
सितंबर में ही कनाडा ने FTA पर बातचीत कर दी थी बंद
2 सितंबर को कनाडा ने बिना किसी ठोस कारण के अब भारत के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को स्थगित कर दिया था। इस समझौते पर अक्टूबर में दोनों देशों की बीच बातचीत होनी थी।
बता दें, पिछले साल मार्च में दोनों देशों ने एक अंतरिम समझौते के लिए फिर से बातचीत शुरू की थी, जिसे प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (EPTA) कहा गया।
अब दोनों देश भविष्य में बातचीत फिर से शुरू करने पर पारस्परिक रूप से निर्णय लेंगे।
FTA
क्या है मुक्त व्यापार समझौता?
मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के तहत 2 देश अपने बीच व्यापार की जाने वाली अधिकतम वस्तुओं पर सीमा शुल्क, नियामक कानून, सब्सिडी आदि को काफी कम या समाप्त कर देते हैं।
इससे व्यापार को बढ़ावा मिलता है और निवेश आकर्षित करने के लिए मानदंडों सरल बनाया जाता है।
इससे सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि इन देशों की उत्पादन लागत बाकी देशों के मुकाबले सस्ती हो जाती है।
इससे वैश्विक व्यापार को भी बढ़ावा मिलता है।
द्विपक्षीय व्यापार
भारत-कनाडा विवाद का द्विपक्षीय व्यापार पर कितना असर?
दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात लगभग बराबर है।
वित्त वर्ष 2023 में भारत ने कनाडा में करीब 34,000 करोड़ रुपये का सामान निर्यात किया था। भारत ने कनाडा से करीब 35,000 करोड़ रुपये का सामान आयात किया था।
तनाव के कारण कनाडाई दाल का आयात 6 प्रतिशत तक कम हुआ है। हालांकि, भारत के पास इसके लिए अन्य देशों का भी विकल्प है।
दोनों के बीच रसायन, कपड़ा, कीमती पत्थर, वाहन उपकरण, सब्जी, कागज, खनिज आदि का आयात-निर्यात होता है।
सबूत
भारत का दावा- कनाडा ने निज्जर हत्या मामले की जांच में डाली रुकावट
इस बीच भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार ने कहा है कि भारत को इस आरोप का समर्थन करने के लिए कनाडा या उसके सहयोगियों से कोई विश्वसनीय सबूत नहीं मिला है कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे।
उन्होंने कहा, "इस मामले में मैं एक कदम आगे बढ़कर कहूंगा कि जांच पहले ही दागदार हो चुकी है। हत्या के पीछे भारतीय एजेंट का हाथ है, उच्च स्तर पर किसी से यह कहने का निर्देश आ चुका है।"
मामला
भारत और कनाडा के बीच तनाव का कारण क्या है?
बता दें कि भारत और कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ही हत्या को लेकर विवाद चल रहा है।
खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) प्रमुख निज्जर की 19 जून को वैंकूवर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत के एजेंट्स का हाथ होने का आरोप लगाया है और सितंबर में उनके ये आरोप लगाने के बाद से ही दोनों देशों के संबंधों में खटास चल रही है।