देश में अराजकता फैलाना चाहता था संसद की सुरक्षा में सेंध का आरोपी ललित झा- पुलिस
संसद की सुरक्षा में सेंध के कथित मास्टरमाइंड ललित झा को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी देश में अराजकता फैलाना और सरकार को अपनी मांगे मांगने पर मजबूर करना चाहता था। पुलिस को यह भी शक है कि इस पूरी साजिश में विदेशी फंडिंग की भी भूमिका हो सकती है। इसलिए अब पुलिस अपनी जांच के दायरे को और बढ़ाते हुए इसमें कई एंगल खंगालने की कोशिश कर रही है।
क्या था संसद में सेंध का मामला?
बुधवार को शून्यकाल के दौरान 2 युवक अचानक से दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और बेंचों पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। ये भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर जारी विजिटर पास के जरिए लोकसभा की दर्शक दीर्घा में पहुंचे थे। संसद के बाहर भी एक महिला और युवक पीले रंग का धुआं उड़ाते हुए गिरफ्तार किए गए। इन सभी पर UAPA लगाया गया है।
संसद के बाहर मौजूद था आरोपी
बुधवार को जब 2 युवकों ने लोकसभा में हंगामा मचाया, तब ललित संसद के बाहर मौजूद था और इस पूरे घटनाक्रम को फिल्मा रहा था। हालांकि, आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब रहा और राजस्थान भाग गया, लेकिन गुरुवार को उसने दिल्ली आकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अब पुलिस राजस्थान में उसकी मदद करने वाले युवकों की तलाश कर रही है। साथ ही उसे ललित के मोबाइल फोन की भी तलाश है।
कई बार आपस में मिले थे आरोपी- पुलिस
पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में दावा किया कि ललित झा और अन्य आरोपियों के बीच कई मुलाकातें हुई थीं और इन्होंने कई बार मिलकर यह साजिश रची। पुलिस ने बताया कि उसे ललित झा की रिमांड की जरूरत है ताकि वह यह पता लगा सके कि इन आरोपियों के संबंध किन्हीं विदेशी ताकतों या आतंकी संगठन से तो नहीं हैं। अब पुलिस ललित को राजस्थान ले जाकर उसके मोबाइल फोन का पता लगाएगी।
पुलिस के सामने अब यह बड़ी चुनौती
एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि पुलिस के पास आरोपियों के मोबाइल फोन नहीं है, जिससे इस साजिश की शुरुआत का पता लगाना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। बताया जा रहा है कि ललित ने बाकी आरोपियों के मोबाइल फोन जला दिए थे। ललित ने पुलिस को बताया कि उसने दिल्ली से जयपुर जाते हुए रास्ते में अपना फोन फेंक दिया था। उसे जब्त कर पुलिस उसे एक बड़े सबूत के तौर पर पेश कर सकती है।
आरोपियों को संसद ले जाकर दोहराया जाएगा कृत्य
पुलिस अब इस घटना को अंजाम देने वाले युवकों को फिर से लोकसभा ले जाकर यह कृत्य दोहरा सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि इसके लिए संसद की अनुमति मांगी जाएगी ताकि सदन के अंदर क्राइम सीन को दोहराया जा सके।
बिहार का निवासी है ललित झा
ललित मूल रूप से बिहार के दरभंगा का रहने वाला है, लेकिन पिछले कुछ समय से वह कोलकाता में बतौर शिक्षक काम कर रहा था। वह एक गैर-सरकारी संस्था (NGO) से भी जुड़ा हुआ था और उसका महासचिव था। बताया जा रहा है कि वह स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का फॉलोवर है। इस पूरी साजिश में ललित के अलावा सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम देवी, अमोल शिंदे और विशाल शर्मा नामक 5 आरोपी और शामिल थे।