पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने ली राजौरी हमले की जिम्मेदारी, G-20 बैठक को बताया अगला निशाना
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद एक नए आतंकी संगठन पीपल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) का एक वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहे आतंकी ने राजौरी हमले की जिम्मेदारी ली है। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति का चेहरा धुंधला किया गया है और वह अंग्रेजी में कह रहा है कि PAFF ने ईद पर विशेष संदेश दिया है कि वह बड़े हमले करेगा। राजौरी में ऐसा ही किया गया था।
G-20 सम्मेलन को लेकर दी धमकी
इंडिया टुडे के अनुसार, शनिवार को जारी इस वीडियो में आतंकी संगठन ने धमकी दी है कि वह भारत को G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन नहीं करने देगा। बता दें कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर और कई राज्यों से इस सम्मेलन से पहले होने वाली बैठकों के आयोजन को लेकर सुझाव मांगे है। माना जा रहा है कि ये बैठकें इस साल दिसंबर के बाद होना शुरू हो जाएंगी। इनमें से एक बैठक जम्मू-कश्मीर में भी हो सकती है।
सुरक्षा एजेंसियों का क्या अनुमान है?
राजौरी हमले की जिम्मेदारी वाले वीडियो को लेकर सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह पाकिस्तान के प्रोपैगेंडा का हिस्सा है। पाकिस्तान उन नए आतंकी संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है, जो कश्मीर में लक्षित हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं।
राजौरी में हुई थी उरी जैसे हमले की कोशिश
बीते गुरुवार को राजौरी में आतंकियों ने सेना के एक कैंप में घुसपैठ करने की कोशिश की थी। इसके बाद हुई मुठभेड़ में सैनिकों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया। मुठभेड़ में तीन जवान वीरगति को प्राप्त हो गए और दो जवान घायल हुए थे। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी सितंबर, 2016 के उरी हमले की तरह सैनिकों को निशाना बनाने की फिराक में थे। इस हमले में 19 जवान मारे गए थे।
स्वतंत्रता दिवस के कारण आतंकी हमले को लेकर हाई अलर्ट
गौरतलब है कि राजौरी के परगल सैन्य कैंप पर ये हमला ऐसे समय पर हुआ था, जब भारत 15 अगस्त को अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। आशंका है कि इस जश्न को फीका करने के लिए आतंकी बड़े हमले की साजिश रच रहे हैं। ऐसे ही एक आतंकी हमले की साजिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने बुधवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में 30 किलोग्राम LED जब्त की और इसे नष्ट कर दिया।
अगले साल G-20 बैठक की मेजबानी करेगा भारत
भारत इस साल 1 दिसंबर को इंडोनेशिया से G-20 का अध्यक्ष पद ग्रहण करेगा और अगले साल पहली बार G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। G-20 में भारत, अर्जेंटीना, चीन, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, इंडोनेशिया, इटली, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं। इन देशों में दुनिया की दो तिहाई आबादी रहती है और ये दुनिया की GDP का 85 फीसदी हिस्सा बनाते हैं।