
G-20 रात्रिभोज में शामिल होंगे नीतीश और ममता, विपक्ष के इन नेताओं को भी मिला न्योता
क्या है खबर?
G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान 9 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से रात्रिभोज की मेजबानी की जाएगी। इसके लिए राष्ट्रपति की ओर से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी न्योता भेजा गया है।
खबर है कि इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल होंगी। दोनों की ओर से इसकी पुष्टि की गई है। बता दें कि इसी भोज के निमंत्रण पत्र को लेकर विपक्षी पार्टियों ने ऐतराज जताया है।
मनमोहन
मनमोहन सिंह को भी मिला न्योता
केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया गया है। हालांकि, दोनों ने अभी तक कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि नहीं की है।
इसके अलावा कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी को न्योता नहीं मिला है। खबर है कि मुख्यमंत्रियों के अलावा किसी भी विपक्षी दल के नेता को आमंत्रित नहीं किया गया है।
सोरेन
सोरेन, बघेल और गहलोत नहीं होंगे शामिल
रात्रिभोज में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खराब तबीयत और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की वजह से शामिल नहीं होंगे।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 9 सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूछताछ के लिए बुलाया है, इसलिए उनके शामिल होने की संभावना कम है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चोट की वजह से शामिल नहीं होंगे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हो सकते हैं।
स्टालिन
स्टालिन भी हो सकते हैं शामिल
रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी रात्रिभोज में शामिल हो सकते हैं। उनके बेटे और तमिलनाडु में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर विवाद हो रहा है।
उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और कोरोनावायरस से करते हुए इसे खत्म करने की बात कही थी। इसे लेकर भाजपा और द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) आमने-सामने है। सनातन पर DMK के ए राजा ने भी विवादित बयान दिया है।
नीतीश मोदी
न्यूजबाइट्स प्लस
G-20 रात्रिभोज के दौरान नीतीश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई, 2022 के बाद पहली बार साथ नजर आएंगे। आखिरी बार दोनों ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पटना में मंच साझा किया था।
इसके बाद अगस्त में नीतीश ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का साथ छोड़ दिया था और कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। तब से अब तक दोनों नेता साथ नजर नहीं आए हैं।