पश्चिम बंगाल में केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक के काफिले पर हमला, TMC पर आरोप
केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक के काफिले पर पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में हमला हुआ है। घटना तब हुई जब निसिथ को तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता काले झंडे दिखा रहे थे। इस दौरान भाजपा और TMC कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई, जिसके बाद निसिथ के काफिले पर भी पथराव हुआ। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले इस्तेमाल कर भीड़ को काबू किया। घटना में निसिथ को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई है।
पुलिस ने आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल कर भीड़ को खदेड़ा
भाजपा कार्यालय जा रहे थे प्रमाणिक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के वक्त निसिथ प्रमाणिक भाजपा कार्यालय जा रहे थे। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता उनका विरोध करते हुए काले झंडे दिखाने लगे। इस बीच वहां भाजपा के कार्यकर्ता भी इकट्ठे हो गए और दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसी झड़प में एक पत्थर प्रमाणिक की कार पर आ लगा। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
ममता के राज्य में मंत्री सुरक्षित नहीं- प्रमाणिक
हमले के बाद निसिथ प्रमाणिक ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राज्य में अगर एक मंत्री सुरक्षित नहीं है तो आप आम आदमी की दुर्दशा की कल्पना कर सकते हैं। ये घटना बंगाल में लोकतंत्र की स्थिति को दिखाती है।"
BSF की कथित फायरिंग में युवक के मारे जाने पर विवाद
पश्चिम बंगाल में कुछ दिन पहले कथित तौर पर एक आदिवासी युवक की सीमा सुरक्षा बल (BSF) की गोलीबारी में मौत हो गई थी। TMC का आरोप है कि युवक को पशु तस्कर बताकर BSF ने गोली मार दी थी। इसके बाद TMC ने प्रमाणिक के आवास के पास धरना भी दिया था। इस मामले पर TMC ने ऐलान किया था कि प्रमाणिक जहां भी जाएंगे, पार्टी काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेगी।
भाजपा नेता राज्य में शांति भंग कर रहे- TMC
TMC नेता जयप्रकाश मजूमदार ने कहा कि दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी जैसे भाजपा नेता पार्टी के कार्यकर्ताओं को पश्चिम बंगाल में शांति भंग करने के लिए उकसा रहे हैं। उन्होंने कहा, "इन नेताओं को पहले कार्रवाई के लिए लाया जाना चाहिए"।
कौन हैं निसिथ प्रमाणिक?
17 जनवरी, 1986 को जन्मे निसिथ प्रमाणिक ने पश्चिम बंगाल के कूचबिहार से ही पढ़ाई की है। राजनीति में आने से पहले वे शिक्षक थे। पहले वे TMC में थे, लेकिन 2019 में भाजपा में शामिल हो गए। 2019 आम चुनावों में कूचबिहार से सांसद चुने गए। 2021 में उन्होंने दिनहाटा से विधायक का चुनाव भी जीता, लेकिन बाद में इस्तीफा दे दिया। फिलहाल वे गृह मंत्रालय के साथ-साथ युवा मामलों और खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं।