
कोरोना वायरस: भारत में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 11,929 मामले, आधे से अधिक मरीज ठीक
क्या है खबर?
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 11,929 नए मामले सामने आए और 311 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। ये लगातार दूसरा ऐसा दिन है जब देश में 11,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 3,20,922 हो गई है, वहीं 9,195 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,49,348 है।
डाटा
कुल मरीजों में से 50.59 हुए ठीक
अगर ठीक होने वाले मरीजों की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 8,049 मरीज ठीक हुए। इसी के साथ ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 1,62,379 पहुंच गई है जो कुल मामलों की 50.59 प्रतिशत है।
राज्यों की स्थिति
ये हैं सबसे अधिक प्रभावित राज्य
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अब तक 1,04,568 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है और 3,830 लोगों की मौत हुई है। तमिलनाडु दूसरे सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। यहां अब तक 42,687 मामले सामने आए हैं और 397 मरीजों की मौत हुई है। दिल्ली में 1,271 मौतों समेत 38,958 मामले और गुजरात में 1,448 मौत समेत 23,038 मामले सामने आए हैं।
चिंताजनक स्थिति
मुंबई में भरे 99 प्रतिशत ICU बेड और 94 प्रतिशत वेंटीलेटर्स
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक बनी हुई है। शहर में अब तक 56,831 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 2,113 की मौत हुई है। मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच शहर के 99 प्रतिशत ICU बेड और 94 प्रतिशत वेंटीलेटर्स भर चुके हैं। यहां कोरोना मरीजों के लिए 1,181 ICU बेड तैयार किए गए थे जिनमें से 1,167 भर चुके हैं। वहीं 530 में से 497 वेंटीलेटर्स प्रयोग में हैं।
संक्रमितों की संख्या
संक्रमितों के मामले में दुनिया में चौथे स्थान पर भारत
पूरी दुनिया में भारत की स्थिति की बात करें तो कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या के मामले में भारत केवल तीन देशों से पीछे है। अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है और यहां अब तक 20.74 लाख लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है। ब्राजील (8.50 लाख) और रूस (5.19 लाख) अन्य वो दो देश हैं जो भारत से आगे हैं। मौतों की संख्या के मामले में भारत नौवें स्थान पर है।
उपचार
सरकार ने दी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और रेमडेसिवीर के प्रयोग की अनुमति
अगर कोरोना वायरस के इलाज की बात करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने नियमों में कुछ बदलाव किया है। शनिवार को जारी नए नियमों के तहत मलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को बीमारी के शुरूआती चरण में देने की सिफारिश की गई है। इससे पहले गंभीर रूप से बीमार और ICU में भर्ती मरीजों पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा था। वहीं बीमारी के मध्यम चरण में रेमडेसिवीर के प्रयोग की मंजूरी दी गई है।
अन्य उपचार
प्लाज्मा थैरेपी और टॉसिलीजुमैब के प्रयोग की भी अनुमति
इसके अलावा कॉन्वेलेसेंट प्लाज्मा थैरेपी के ऑफ-लेवल प्रयोग की अनुमति भी दी गई है। ऑफ-लेवल का मतलब जिन स्थितियों में दवा के प्रयोग की आधिकारिक मंजूरी है, उनके अलावा अन्य स्थितियों में भी उसका प्रयोग करने से है। मध्यम रूप से बीमार जिन मरीजों के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा और ऑक्सीजन की आवश्यकता लगातार बढ़ रही हैं, उन्हें प्लाज्मा थैरेपी दी जा सकेगी। गठिया की दवा टॉसिलीजुमैब के ऑफ-लेवल प्रयोग की अनुमति भी दी गई है।