NET का पेपर टेलीग्राम पर हुआ था लीक, 10,000 रुपये में बिक रहा था- रिपोर्ट
क्या है खबर?
देशभर में पेपर लीक और परीक्षा रद्द होने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रीय प्रवेश सह-पात्रता परीक्षा (NEET) के बाद UGC NET परीक्षा भी रद्द कर दी गई है।
18 जून को 9 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था, जिसे एक दिन बाद ही रद्द कर दिया गया।
अब खबर है कि NET का पेपर टेलीग्राम पर लीक हुआ था और इसे 5,000 से 10,000 रुपये में बेचा जा रहा था।
शिक्षा मंत्रालय
I4C की ओर से शिक्षा मंत्रालय को क्या जानकारी मिली थी?
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, परीक्षा को लेकर गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने कुछ इनपुट दिए थे।
इनमें एक लिंक, एक संक्षिप्त विवरण और स्क्रीनशॉट के बारे में जानकारी थी। एक सैंपल पेपर भी था, जिसका बाद में शिक्षा मंत्रालय ने दूसरी जानकारी के साथ मिलान किया था।
इस इनपुट में परीक्षा की अखंडता से समझौता करने की बात भी शामिल थी।
पेपर
टेलीग्राम पर 5-10,000 रुपये में बिक रहा था पेपर
सूत्रों के मुताबिक, टेलीग्राम पर कई ग्रुप्स में पेपर 5 से 10,000 रुपये में बेचा जा रहा था। परीक्षा के कई दिन पहले से ये पेपर अलग-अलग ग्रुप्स पर उपलब्ध था।
हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि टेलीग्राम पर ये पेपर कहां से आया था, लेकिन माना जा रहा है कि इसे डार्क वेब के माध्यम से प्राप्त किया गया था।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी डार्क वेब पर पेपर लीक की आशंका जताई थी।
बयान
मामले पर अधिकारियों ने क्या कहा?
न्यूज 18 से एक अधिकारी ने कहा, "हमें टेलीग्राम ग्रुप्स के बारे में पता चला, जहां NET पेपर बेचा जा रहा था। प्रारंभिक विश्लेषण के दौरान सोशल मीडिया ऐप्स ने इन समूहों से लीक हुए NET पेपर के संदेश प्रसारित किए गए।"
उन्होंने कहा, "इसके बाद एक रिपोर्ट तैयार की गई और शिक्षा मंत्रालय को भेजी गई। यह एक नियमित इनपुट था, जिसमें ग्रुप्स के लिंक और स्क्रीनशॉट जैसे प्रारंभिक विवरण शामिल थे।"
CBI
CBI ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज की FIR
सरकार ने मामले की जांच का जिम्मा केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपा है।
20 जून को CBI ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120 B और 420 के तहत मामला दर्ज किया है। CBI के निरीक्षण सुनील कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
दूसरी ओर, शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि जल्द ही परीक्षा दोबारा से आयोजित करवाई जाएगी।
मामला
क्या है मामला?
18 जून को NET की परीक्षा हुई थी, जिसमें 9 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था।
इसके एक दिन बाद ही शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा को रद्द करने का ऐलान कर दिया था।
मंत्रालय ने I4C से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टया ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि परीक्षा की विश्वसनीयता के साथ समझौता हुआ है और मामले की जांच CBI को सौंपी थी।