विदेश मंत्री जयशंकर ने गौतम बुद्ध को बताया महानतम भारतीय, नेपाल ने जताई सख्त आपत्ति
क्या है खबर?
नेपाल ने गौतम बुद्ध पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान पर सख्त आपत्ति जताई है। जयशंकर ने अपने बयान में बुद्ध को भारतीय बताया था।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए नेपाल ने कहा है कि बुद्ध नेपाल के रहने वाले थे और खुद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये बात स्वीकार कर चुके हैं।
पूरा विवाद क्या है और जयशंकर ने क्या कहा था, आइए जानते हैं।
विवादित बयान
क्या कहा था विदेश मंत्री जयशंकर ने?
शनिवार को एक सेमिनार में बोलते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी को अब तक के दो सबसे महान भारतीय बताया था।
उन्होंने कहा था, "आपकी याद में अब तक के दो सबसे महान भारतीय कौन से हैं। मैं कहूंगा कि एक गौतम बुद्ध और दूसरे महात्मा गांधी। केवल ऐसे महानतम भारतीय नहीं जो आपको और मुझे याद हैं, बल्कि ऐसे महानतम भारतीय जो पूरी दुनिया को याद हैं।"
प्रतिक्रिया
नेपाली विदेश मंत्रालय ने कहा- लुंबिनी में हुआ था बुद्ध का जन्म
जयशंकर के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नेपाली विदेश मंत्रालय ने कहा, "ऐतिहासिक और पौराणिक तथ्यों से यह साबित हुआ है कि गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुंबिनी में हुआ था। लुंबिनी बुद्ध और बौद्ध धर्म की जन्मस्थली है और इसे UNESCO ने भी विश्व धरोहर स्थल घोषित किया हुआ है।"
नेपाली विदेश मंत्रालय ने 2014 की नेपाल यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने नेपाल को बुद्ध की जन्मस्थली बताया था।
विरोध
नेपाल की राजनीतिक पार्टियों ने भी जताया बयान पर विरोध
नेपाल की राजनीतिक पार्टियों ने भी जयशंकर के बयान पर आपत्ति जताई है। देश की सत्ता पर काबिज कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश विभाग के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने जयशंकर के बयान पर आपत्ति जताते हुए नेपाल सरकार से मामले को भारत सरकार के साथ उठाने का आग्रह किया।
वहीं नेपाली कांग्रेस ने भी जयशंकर के दावे का विरोध करते हुए कहा है कि नेपाल के पास बुद्ध का जन्म नेपाल में होने के ऐतिहासिक सबूत है।
बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय ने दी बयान पर सफाई
भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी जयशंकर के बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने साझा बौद्ध विरासत के संदर्भ में ये बयान दिया था और इसमें कोई शक नहीं कि गौतम बुद्ध का जन्म लुंबिनी में हुआ था, जो नेपाल में है
विवाद
भगवान राम को लेकर भी नेपाल और भारत में हो चुका है विवाद
बता दें कि इससे पहले भगवान राम को लेकर भी नेपाल और भारत में विवाद हो चुका है। पिछले महीने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दावा किया था कि भगवान राम भारत नहीं बल्कि नेपाल के रहने वाले थे और असली अयोध्या नेपाल के बीरगंज में है।
उन्होंने भारत पर सांस्कृतिक अतिक्रमण के लिए नकली अयोध्या का निर्माण करने का आरोप लगाते हुए तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने की बात कही थी।