ओडिशा ट्रेन हादसा: कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार NDRF जवान ने सबसे पहले दी थी सूचना
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) का एक जवान सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वालों में एक था। कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार NDRF के जवान वेंकटेशन एनके ने ट्रेन की टक्कर होने के बाद अपनी बटालियन के सीनियर को घटना के बारे में जानकारी देते हुए घटनास्थल की लाइव लोकेशन भी भेजी थी। वेंकटेशन ट्रेन हादसे के बारे में राहत और बचाव एजेंसी को सतर्क करने वाले पहले व्यक्ति भी थे।
छुट्टी पर तमिलनाडु में अपने घर जा रहा था जवान
हादसा होने के बाद वेंकटेशन ट्रेन से बाहर कूद गए और ट्रेन में फंसे लोगों की मदद करने लगे। उन्होंने इसके बाद घटना के बारे में अधिकारी को सूचित किया। वेंकटेशन ने घटनास्थल की तस्वीरें और लोकेशन भेजी थी, जिससे NDRF को वहां तक पहुंचने में मदद मिली। गौरतलब है कि वेंकटेशन छुट्टी पर तमिलनाडु के थंजावुर जिले के एक गांव में स्थित अपने घर जा रहे थे, जिसके लिए वह शालीमार स्टेशन से कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार हुए थे।
जवान ने बताया- हादसे के बाद हुई थी काफी तेज आवाज
वेंकटेशन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "मैं अपनी सीट पर बैठकर मोबाइल फोन चलाने में व्यस्त था और तभी अचानक बर्थ पर लेटा एक सहयात्री नीचे गिर गया। मैंने काफी तेज आवाज सुनी और लगा कि बम विस्फोट हुआ है। मैं कोच से बाहर आया और पता चला कि आखिर क्या हुआ था।" उन्होंने आगे कहा, " मैंने अपने फोन की टॉर्च जलाई। मैंने सभी को धैर्य रखने के लिए कहा और ट्रेन में फंसे लोगों को निकालना शुरू किया।"
जवान ने सबसे पहले दी घटना की जानकारी- अधिकारी
NDRF के उपमहानिरीक्षक (DIG) मोहसीन शहीदी ने कहा, "वेंकटेशन ने सबसे पहले इस घटना की जानकारी दी और इसके चलते मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए थे।" उन्होंने आगे बताया, "NDRF की पहली टीम शुक्रवार शाम को करीब 7:10 बजे हुई दुर्घटना के करीब सवा घंटे बाद बालासोर में अपने क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र से घटनास्थल पर पहुंची। NDRF की अन्य टीमों को कटक जिले के मुंडाली और कोलकाता से भेजा गया था।"
ट्रेन हादसे में हुई 288 लोगों की मौत
ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 1,000 लोग घायल हुए हैं। घटनास्थल पर फिलहाल राहत और बचाव कार्य पूरा हो चुका है और रिस्टोरेशन का काम चल रहा है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि घटना की मूल वजह का पता लगा लिया गया है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार और ओडिशा सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है।