अभी भी लापता हैं पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह; कहां हैं, किसी को नहीं पता
क्या है खबर?
देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक सामग्री से भरी कार मिलने समेत कई मामलों में घिरे मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का अभी भी कुछ पता नहीं है।
सिंह मई से ही लापता हैं और उन्हें ट्रेस करने की एजेंसियों की तमाम कोशिशें नाकाम रही हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में उनके देश से भागने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है।
रिपोर्ट
घर के किसी सदस्य को नहीं है परमबीर सिंह की जानकारी
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, परमबीर सिंह न तो मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट पर हैं और न ही चंडीगढ़ स्थित अपने पैतृक घर पर।
मालाबार हिल्स स्थित सिंह के अपार्टमेंट पर रहने वाली उनकी पत्नी और बेटी ने उनके बारे में कुछ भी जानकारी होने से इनकार किया है। विदेश में रहने वाले उनके बेटे ने भी अपने पिता के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया है।
बयान
वकील बोले- कानून से भाग नहीं रहे हैं सिंह
सिंह के वकील अनुकूल सेठ ने भी उनके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। हालांकि कोर्ट में वह कह चुके हैं कि सिंह वसूली के आरोपों की जांच कर रहे पैनल के संपर्क में हैं और कानून से भाग नहीं रहे हैं।
फरार
मीडिया रिपोर्ट्स में सिंह के रूस या बेल्जियम भागने का दावा
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में परमबीर सिंह के देश छोड़कर भागने का दावा भी किया जा रहा है। एक रिपोर्ट में उनके रूस जाने तो दूसरी रिपोर्ट में उनके बेल्जियम पहुंचने की बात कही गई है। हालांकि ये सभी रिपोर्ट्स अपुष्ट हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने भी इसकी आशंका व्यक्त करते हुए कहा है कि सिंह एक सरकारी अधिकारी हैं और सरकार की अनुमति के बिना देश छोड़कर नहीं भाग सकते।
आरोप
किस मामले में फंसे हुए हैं परमबीर सिंह?
परमबीर सिंह के बुरे दिनों की शुरूआत इसी साल फरवरी में मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी गाड़ी मिलने के बाद हुई।
गाड़ी को वहां पर छोड़ने और इससे संबंधित मनसुख हीरेन की हत्या के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर सजिन वाजे को गिरफ्तार किया गया।
जब वाजे के सिंह से संपर्क होने की बात सामने आई तो उन्हें मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाकर होमगार्ड विभाग का प्रमुख बना दिया गया।
आरोप-प्रत्यारोप
सिंह ने तत्कालीन गृह मंत्री पर लगाए थे गंभीर आरोप
इस कार्रवाई के बाद सिंह ने मार्च में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का लक्ष्य दिया था।
उन्होंने यह भी कहा कि देशमुख पुलिसकर्मियों को घर बुलाकर मामलों की जांच को विशेष दिशा में ले जाने को कहते थे।
इन आरोपों के कारण देशमुख को गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और अभी वह जेल में हैं।
जानकारी
खुद वसूली के आरोपों में फंसने के बाद फरार हुए सिंह
देशमुख पर आरोप लगाने के बाद सिंह खुद भी वसूली के मामलों में फंसते गए। कार्रवाई शुरू हुई तो वह चंडीगढ़ चले गए और खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर छुट्टी ले ली। इसके बाद मई से ही वह लापता हैं।