मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन: 200 मीटर लंबा स्टील पुल इसी महीने होगा स्थापित, क्या है खासियत?
क्या है खबर?
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। अब इस परियोजना के लिए 200 मीटर लंबे स्टील ब्रिज के पहले हिस्से को लॉन्च करने की तैयारी चल रही है।
पूरी तरह 'मेक इन इंडिया' पहल पर बना ये पुल गुजरात में नाडियाड के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर बनाया जाएगा। अगस्त, 2025 तक इस पूरे पुल को तैयार करने की योजना है।
आइए इस पुल की खास बातें जानते हैं।
संरचना
कैसी है पुल की संरचना?
200 मीटर लंबे इस पुल के 100-100 मीटर के 2 हिस्से हैं, जिनकी चौड़ाई 14.3 मीटर और ऊंचाई 14.6 मीटर है। ये करीब 1,500 मीट्रिक टन वजनी है।
इसे हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन के परिचालन के लिए डिजाइन किया गया है।
पुल का निर्माण उत्तर प्रदेश के हापुड़ के निकट सालासर में किया गया है। हापुड़ से करीब 700 अलग-अलग हिस्सों में पुल को ट्रकों के जरिए गुजरात ले जाया गया है।
खासियत
क्या है पुल की खासियत?
पुल के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ने का काम टोर शियर टाइप हाई स्ट्रेंथ बोल्ट तकनीक (TTHSB) का इस्तेमाल कर किया जाएगा, जिसे 100 साल तक इस्तेमाल होने के लिए डिजाइन किया गया है।
ब्रिज के हिस्सों को C-5 सिस्टम पेंटिंग से पेंट किया गया है, जो भारत में अपनी तरह का पहला पुल है।
पुल का पहला हिस्सा मार्च, 2025 में शुरू होने वाला है, जबकि पूरे पुल का निर्माण अगस्त, 2025 तक होने की उम्मीद है।
बयान
परियोजना का अब तक कितना काम हुआ?
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "बुलेट ट्रेन परियोजना अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। 360 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है और ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। इसे पूरा करने में ढाई साल की देरी महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने की वजह से हुई है। बुलेट ट्रेन का महाराष्ट्र खंड भी अच्छी प्रगति पर है। समुद्र के अंदर लगभग 2 किलोमीटर लंबी सुरंग बनकर तैयार है।"
परियोजना
क्या है मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना?
मुंबई-अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबी बुलेट ट्रेन परियोजना का काम 2017 में शुरू हुआ था। इससे मुंबई और अहमदाबाद की दूरी 8 घंटे के घटकर 3 घंटे रह जाएगी।
परियोजना का 352 किलोमीटर हिस्सा गुजरात, जबकि 156 किलोमीटर हिस्सा महाराष्ट्र में है।
मुंबई, ठाणे, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद/नडियाद, अहमदाबाद और साबरमती समेत कुल 12 स्टेशनों पर ये ट्रेन रुकेगी।
ट्रेन करीब 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।