मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत, अस्पताल में चल रहा था उपचार
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में उम्र कैद की सजा भुगत रहे माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह 63 वर्ष के थे।
शाम को जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था।
वहां उसकी बिगड़ी हालत को देखकर उन्हें ICU से CCU में भर्ती किया गया था, लेकिन देर रात उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
प्रकरण
जेल में अचानक बेहोश हो गए थे अंसारी
न्यूज 18 के अनुसार, अंसानी शाम करीब 8 बजे तबीयत बिगड़ने से बेहोश होकर गिर गए थे। उसके बाद जेल प्रशासन ने उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज पहुंचाया था।
वहां शुरुआत में उन्हें ICU में रखा, लेकिन बाद गंभीर हालत को देखते हुए CCU में शिफ्ट किया गया था।
9 डॉक्टर्स की टीम उसका उपचार कर रही थी, लेकिन रात करीब 10 बजे कार्डियक अरेस्ट आने से उसकी मौत हो गई। उसका परिवार बांदा के लिए रवाना हो गया है।
पुष्टि
मेडिकल बुलेटिन में हुई पुष्टि
अंसानी की मौत की पुष्टि अस्पताल की ओर से जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन से हुई है।
उसमें लिखा है, 'आज शाम 8:25 बजे सिद्धदोष मुख्तार अंसारी को जेल प्रशासन ने रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग में उल्टी होने पर भर्ती कराया था। मरीज को 9 डॉक्टर्स की टीम द्वारा तत्काल उपचार सुविधा मुहैया कराई गई, परंतु भरसक प्रयासों के बावजूद कार्डियक अरेस्ट के कारण मरीज की मृत्यु हो गई।'
जानकारी
26 मार्च को भी अंसारी को कराया गया था अस्पताल में भर्ती
बता दें कि 26 मार्च को भी अंसारी को पेट में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने ओवर ईटिंग व कब्ज बताकर इलाज किया और 14 घंटे बाद उसे वापस मंडलीय कारागार भेज दिया था।
आरोप
सुनवाई के दौरान लगाया था हत्या के प्रयास का आरोप
बता दें कि अंसारी ने पिछले दिनों ही में कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान आरोप लगाया था कि जेल में उसकी हत्या का प्रयास किया जा रहा है। उसे खाने में धीमा जहर दिया जा रहा है, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ रही है।
इसके बाद कोर्ट ने जेल प्रशासन से रिपोर्ट तलब की थी। बाद में इस मामले में लापरवाही बरतने को लेकर बांदा जेल के जेलर और 2 डिप्टी जेलरों को भी निलंबित कर दिया गया था।
सुरक्षा
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
अंसारी की मौत की खबर मिलने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर और मऊ समेत अन्य संवेदनशील जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
ऐहतियात के तौर पर पुलिस लाइन से भारी संख्या में जाब्ता निकालकर संवदेनशील जिलों में तैनाती की जा रही है। अर्द्वसैनीक बल भी तैनात किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट है कि मऊ, बांदा और गाजीपुर में तो धारा 144 भी लागू कर दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
मामला
क्या है अंसारी से जुड़ा मामला?
मुख्तार को महज 18 महीने में 8 मुकदमों में कोर्ट ने सजा सुनाई है। हाल ही में फर्जी लाइसेंस लेने के मामले में उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।
मामले के अनुसार, अंसारी ने 1987 में दोनाली बंदूक के लाइसेंस के लिए जिलाधिकारी गाजीपुर के यहां आवेदन किया था।
आरोप था कि लाइसेंस जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से लिया गया। 1990 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने धोखाधड़ी का खुलासा किया था।
शोक
अंसारी की मौत पर सपा ने जताया दुख
अंसारी की मौत पर समाजवादी पार्टी ने दुख जताया है।
सपा ने एक्स पर लिखा, 'पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का इंतकाल, दुखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुख सहने का संबल प्राप्त हो। विनम्र श्रद्धांजलि!'
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'पांच बार के विधायक रहे मुख्तार अंसारी के हार्ट अटैक से इंतकाल की खबर अफसोसनाक है, अल्लाह उनके समर्थकों और परिवार को सब्र अता करे।'