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बारिश का कहर: उत्तर प्रदेश के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात, हिमाचल-उत्तराखंड में भी तबाही
कई राज्यों में मानसूनी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है

बारिश का कहर: उत्तर प्रदेश के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात, हिमाचल-उत्तराखंड में भी तबाही

लेखन आबिद खान
Aug 03, 2025
01:21 pm

क्या है खबर?

देशभर में मानसूनी बारिश कहर बरपा रही है। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से थोड़ा ही नीचे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। वाराणसी और प्रयागराज के एक लाख घरों में गंगा का पानी घुस गया है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते 400 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। शिमला में मलबा हटा रही JCB खाई में गिर गई।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के 71 जिलों में अलर्ट

उत्तर प्रदेश के करीब 17 जिले बाढ़ की चपेट में है। वाराणसी और प्रयागराज समेत कई शहरों में सड़कों पर नाव चल रही है। वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यहां हजारों लोगों ने घर खाली कर दिए हैं। हालात बिगड़ते देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को मैदान में उतरने के निर्देश दिए हैं। 11 मंत्रियों की विशेष टीम बनाई गई है।

ट्विटर पोस्ट

घर में घुसे गंगा के पानी की पुलिसकर्मी ने की पूजा-अर्चना

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में 1,600 घर टूटे, 1,692 करोड़ का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में बीते दिन अचानक आई बाढ़ से मलाना जलविद्युत परियोजना के एक बांध में दरार आ गई है। भारी बारिश के कारण 20 जून से अब तक राज्य को 1,692 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बारिश संबंधी घटनाओं में 101 लोग मारे गए हैं और 36 लोग अभी भी लापता हैं। 1,600 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। चंडीगढ़-धर्मशाला राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई अहम सड़कें आंशिक रूप से बंद हैं।

ट्विटर पोस्ट

हिमाचल में मनाला जलविद्युत परियोजना में लगा डंपर बहा

दिल्ली

दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा, अधिकारी सतर्क

हरियाणा और उत्तराखंड में लगातार बारिश की वजह से दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 204.14 मीटर पर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से करीब एक मीटर कम है। इससे पहले 2023 में यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया था, जिसके कारण कई इलाकों में पानी भर गया था। प्रशासन ने यमुना के नजदीकी इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने, किनारों पर न जाने और आधिकारिक सलाह का पालन करने का आग्रह किया है।

राजस्थान

राजस्थान: जुलाई में बारिश ने 69 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा

जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, राजस्थान में जुलाई में 285 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो 69 सालों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले जुलाई 1956 में 308 मिलीमीटर बारिश हुई थी। हालांकि, अब ज्यादातर जगहों पर धूप निकली हुई है। मध्य प्रदेश में बारिश का कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। पूर्वी हिस्से में अच्छी बारिश हुई है, लेकिन इंदौर और उज्जैन संभाग सूखा है। आज मौसम विभाग ने 9 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

राज्य

बाकी राज्यों में कैसा है हाल?

बिहार के सभी 38 जिलों में रविवार का तेज आंधी-बारिश का अलर्ट है। हरियाणा में 6 अगस्त तक बारिश जारी रहेगी। प्रदेश में अब तक सामान्य से 25 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। दक्षिणी राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने आज 5 राज्यों में बारिश का रेड, 6 में ऑरेंज और 15 में यलो अलर्ट जारी किया है।