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मणिपुर में कुकी समूहों का केंद्र के साथ समझौता, प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग आवाजाही के लिए खोला
मणिपुर में केंद्र के साथ समझौते के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर आवाजाही शुरू होगी (प्रतीकात्मक तस्वीर: एक्स/@manipur_police)

मणिपुर में कुकी समूहों का केंद्र के साथ समझौता, प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग आवाजाही के लिए खोला

लेखन गजेंद्र
Sep 04, 2025
04:57 pm

क्या है खबर?

मणिपुर में कुकी समूहों ने प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग को यात्रियों और माल की आवाजाही के लिए खोलने का निर्णय लिया है। यह निर्णय केंद्र सरकार के साथ एक समझौते के बाद लिया गया। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कुकी-जोमी जनजातियों के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रमुख संगठन और मणिपुर सरकार के साथ एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते में सभी पक्षों ने मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की है।

समझौता

सभी पक्ष स्थायी शांति पर सहमत

गृह मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि चुराचांदपुर स्थित कुकी-जो परिषद ने त्रिपक्षीय संचालन निलंबन (SOO) समझौते के हिस्से के रूप में मुक्त आवाजाही की अनुमति देने का आश्वासन दिया है। सभी पक्ष मणिपुर में स्थायी शांति और स्थिरता के लिए बातचीत के जरिए समाधान की आवश्यकता पर सहमत हुए। मंत्रालय ने कहा कि कुकी-जो परिषद ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर शांति बनाए रखने के लिए यहां तैनात भारत सरकार के सुरक्षा बलों के साथ सहयोग की प्रतिबद्धता जताई है।

राजमार्ग

कई दिनों की बैठक के बाद लिया गया फैसला

कुकी-जो परिषद ने राजमार्ग खोलने का फैसला गृह मंत्रालय के साथ कई दिन की बैठक के बाद लिया है। उन्होंने निर्धारित शिविरों की संख्या कम करने, हथियारों को निकटतम सुरक्षा बलों के शिविरों में रखने, सुरक्षा बलों द्वारा उग्रवादी कैडरों का कठोर भौतिक सत्यापन करने और विदेशी नागरिक को सूची से बाहर करने पर भी सहमति जताई है। मंत्रालय ने कहा कि एक संयुक्त निगरानी समूह आधारभूत नियमों के प्रवर्तन पर नजर रखेगा और उल्लंघनों से सख्ती से निपटा जाएगा।

शर्त

हर साल होती है समझौते की समीक्षा

SOO समझौते पर पहली बार 2008 में हस्ताक्षर हुए थे। हर साल समझौते के भविष्य पर फैसला करने के लिए एक संयुक्त निगरानी समूह इसकी समीक्षा करता है। SOO समझौते में विद्रोहियों को निर्धारित शिविरों में रहने और हथियार गोदामों में रखने की शर्त है, जिसको निगरानी में रखा जाता है। कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (KNO) और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (UPF) के 2 दर्जन समूह इस समझौते के अंतर्गत आते हैं।

राजमार्ग

राष्ट्रीय राजमार्ग-2 क्यों खास है?

मणिपुर में जातीय हिंसा के बीच राज्य को नागालैंड और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग-2 बंद कर दी गई थी। राजमार्ग खोलने से विश्वास बहाली और सामान्य स्थिति बहाल होगी। साथ ही आवश्यक आपूर्ति की पहुंच से विस्थापित परिवारों को राहत मिलेगी। 3 मई, 2023 को मैतेई और कुकी समुदायों के बीच शुरू हुए जातीय संघर्ष में अब तक 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 60,000 से अधिक विस्थापित हैं।