उदयपुर हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, लापरवाही बरतने के आरोप में IGP सहित 32 पुलिसकर्मियों का तबादला
क्या है खबर?
उदयपुर हत्याकांड में कड़ी आलोचना झेल रही राजस्थान पुलिस के 32 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है।
इनमें उदयपुर के मौजूदा पुलिस अधिक्षक (SP) और पुलिस महानिरीक्षक (IGP) का नाम भी शामिल है।
बीते दिनों कन्हैयालाल दर्जी को मिली धमकी को गंभीरता से नहीं लेने के कारण पुलिस को जनता और व्यापारियों की गंभीर आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
आइए जानते है क्या है पूरा मामला
शिकायत
लिखित शिकायत देने के बाद भी कन्हैयालाल को नहीं मिली थी सुरक्षा
कन्हैयालाल ने 15 जून को उदयपुर पुलिस को एक लिखित शिकायत देकर जान से मारने की धमकी मिलने और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जिसके कारण मंगलवार को कन्हैयालाल की दूकान पर ग्राहक बन कर आए दो हमलावरों ने उनकी निर्मम हत्या कर दी।
दरअसल, कन्हैयालाल को पूर्व भाजपा प्रवक्ता और नेता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने पर धमकियां मिल रही थी।
पाकिस्तान कनेक्शन
हमलावरों का निकला पाकिस्तान कनेक्शन- पुलिस
सरकार द्वारा जारी किए तबादला आदेशों के बाद प्रफुल्ल कुमार को उदयपुर का नया IGP और विकास शर्मा को SP नियुक्त किया गया हैं।
बता दें कि IGP प्रफुल्ल कुमार हत्याकांड की जांच के लिए गठित SIT के सदस्य भी हैं।
कन्हैयालाल हत्याकांड में आरोपियों का संबंध पाकिस्तान से होने की जानकारी मिलने के बाद इस मामले को गृह मंत्रालय ने अपने हाथ में ले लिया हैं।
अब इस केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है।
अपील
मुख्यमंत्री गहलोत लगातार कर रहे शांति बनाए रखने की अपील
बता दें कि दर्जी की हत्या के बाद उदयपुर समेत पूरे राजस्थान में तनाव बना हुआ है और मुख्यमंत्री गहलोत लगातार सभी से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
आज भी अपील जारी करते हुए उन्होंने कहा, "मैं प्रदेशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपराधी चाहें कितना भी बड़ा हो, किसी भी धर्म या संप्रदाय का हो, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।"
उन्होंने धर्मगुरूओं से भी शांति की अपील जारी करने का आग्रह किया।
हत्याकांड
क्या है उदयपुर हत्याकांड?
उदयुपर में मंगलवार को मोहम्मद रियाज अंसारी और गौस मोहम्मद नामक दो हमलावरों ने कन्हैयालाल तेली नामक दर्जी की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी।
हमलावर कपड़े सिलवाने के बहाने उनकी दुकान पर आए थे और यहीं वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो भी बनाया।
दोनों हमलावर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने वाली पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण दर्जी से नाराज थे।
विवाद
क्या है नुपुर शर्मा विवाद?
इस पूरे विवाद की शुरूआत 27 मई को एक टीवी डिबेट के दौरान नुपुर शर्मा के बयान से हुई। ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे पर हो रही इस बहस के दौरान नुपुर ने पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर दी।
उनकी यह टिप्पणी जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और अरब देशों में यह सोशल मीडिया पर सबसे बड़ा मुद्दा बन गया।
विवाद के बाद मामले में कार्रवाई करते हुए भाजपा ने नुपुर को पार्टी से निलंबित कर दिया।