महाराष्ट्र: मंत्री अब्दुल सत्तार ने पुलिस को दिया लोगों की 'हड्डी तोड़ने' का आदेश, वीडियो वायरल
महाराष्ट्र के एक और नेता विवादों में घिर गए हैं। राज्य के मंत्री अब्दुल सत्तार का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पुलिस से मौज-मस्ती करने वाले लोगों पर लाठियां चलाने और उनकी हड्डियां तोड़ने के लिए कहते दिख रहे हैं। घटना 3 जनवरी की बताई जा रही है। इस दिन सत्तार के जन्मदिन पर एक डांस शो का आयोजन किया गया था और इसी दौरान सत्तार ने पुलिस को बेकाबू भीड़ पर लाठी चलाने को कहा।
क्या है मामला?
दरअसल, 3 जनवरी की रात सत्तार ने अपने जन्मदिन पर सिल्लोड शहर में एक डांस शो का आयोजन किया था। इसमें मशहूर लावणी नृत्य कलाकार गौतमी पाटिल प्रस्तुती दे रही थीं। बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिससे हंगामे की स्थिति बन गई। इसके बाद सत्तार ने माइक अपने हाथ में लिया और पुलिस को भीड़ पर लाठी चलाने और हड्डियां तोड़ने का निर्देश देने लगे।
घटना का वीडियो वायरल
घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसकी शुरुआत में सत्तार लोगों को शांत कराते दिख रहे हैं। जब दर्शक शांत नहीं हुए तो सत्तार गुस्सा हो गए और माइक अपने हाथ में ले लिया। माइक के जरिए घोषणा करते हुए वे पुलिसकर्मियों से कह रहे हैं, "जो लोग ये नौटंकी कर रहे हैं, उन्हें कुत्तों की तरह मारो। कार्यक्रम स्थल के पीछे ले जाकर इन लोगों पर लाठी चलाओ। उन्हें इतना मारो कि इनकी हड्डियां टूट जाएं।"
कौन हैं सत्तार?
सत्तार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता हैं और सिल्लोड विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहां से उन्होंने 3 बार विधानसभा चुनाव जीता है। वे अभी राज्य के अल्पसंख्यक विकास मंत्री का पद संभाल रहे हैं। वे पशुपालन मंत्री भी रह चुके हैं। सत्तार पहले कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था। इसके बाद 2019 में उन्होंने उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में शिवसेना की सदस्यता ले ली थी।
पहले भी विवादों में रहे हैं सत्तार
पिछले साल जुलाई में सत्तार के खिलाफ चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। आरोप लगा था कि 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान सत्तार ने चुनाव आयोग को अपनी संपत्ति के बारे में गलत जानकारी दी थी। सामाजिक कार्यकर्ता महेश शंकरपल्ली ने इस संबंध में 2021 में एक याचिका दायर की थी। इसके अलावा सत्तार ने एक बयान में कहा था कि किसानों की आत्महत्या कोई नई बात नहीं है।