महाराष्ट्र के जलगांव में कैसे हुआ रेल हादसा, जिसमें गई 11 लोगों की जान?
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के जलगांव में एक बड़ा रेल हादसा हुआ है। यहां के परांडा रेलवे स्टेशन के पास एक ट्रेन से उतरे यात्री दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए।
हादसे में अभी तक 11 लोगों की मौत हो गई है और करीब 40 घायल हुए हैं। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है और मौके पर आला अधिकारी पहुंच गए हैं।
इस बीच हादसे की प्रारंभिक वजह भी सामने आई है।
हादसा
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस परांडा रेलवे स्टेशन के पास आ रही थी। तभी ब्रेक लगाने से B4 बोगी के पहियों में से धुंआ और चिंगारियां निकलने लगीं, जिसके चलते ट्रेन को रोका गया।
इससे यात्रियों के बीच ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैल गई और लोग ट्रेन से उतरकर पास के ट्रैक पर बैठ गए।
तभी मनमाड से चलकर भुसावल जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस दूसरे ट्रैक से गुजरी और लोगों को कुचल दिया।
चेन पुलिंग
ट्रेन की चेन पुलिंग भी की गई थी
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) डॉक्टर स्वप्निल निला के अनुसार, "पुष्पक एक्सप्रेस के कुछ यात्री ट्रैक पर उतर गए थे। इस दौरान दूसरी दिशा से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में कुछ यात्री आ गए। ट्रेन में ACP यानी अलार्म चेन पुलिंग भी की गई थी, लेकिन चेन पुलिंग का कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। रेलवे अधिकारियों से इस बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है।"
बयान
यात्री बोले- कर्नाटक एक्सप्रेस ने हॉर्न नहीं बजाया
दैनिक भास्कर से बात करते हुए एक यात्री ने कहा, "अचानक अफवाह फैली कि हमारी ट्रेन में आग लग गई है। इसके बाद कुछ लोग ट्रेन से कूद गए। उसी समय सामने से कर्नाटक एक्सप्रेस आ रही थी। ट्रेन 30 से 35 लोगों को कुचल दिया। जब यात्री ट्रैक पर थे तो आने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस ने हॉर्न भी नहीं बजाया। अगर कर्नाटक एक्सप्रेस ने हॉर्न बजाया होता तो यात्री सतर्क हो जाते।"
मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने जताया दुख
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर दुख जताते हुए लिखा, 'जिला प्रशासन रेलवे प्रशासन के साथ काम कर रहा है। घायलों के लिए 8 एंबुलेंस भेजी गई हैं। ग्लास कटर, फ्लडलाइट आदि जैसे आपातकालीन उपकरण भी तैयार हैं।'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और घायलों का उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।