संसद में सुरक्षा की चूक पर ओम बिरला बोले- गैस केवल सनसनी फैलाने के लिए थी
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को लोकसभा में दर्शक दीर्घा से सदन में कूदे 2 युवकों ने पीले रंग की गैस छोड़कर सबको सकते में डाल दिया, जिसके बाद सदन 2:00 बजे तक स्थगित की गई थी। सदन के दोबारा शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "जो घटना शून्यकाल के समय घटित हुई थी, उसकी लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।"
गैस को लेकर क्या बताई सच्चाई
बिरला ने आगे कहा, "हम सब की चिंता थी कि धुआं क्या था? वह अभी तक प्रारंभिक जांच में साधारण और सनसनी फैलाने वाला धुआं पाया गया है। इसलिए उस धुएं की कोई क्षमता नहीं थी, यह प्रारंभिक जांच कर ली गई है।" लोकसभा अध्यक्ष द्वारा घटना की जानकारी देने के बाद लोकसभा की कार्यवाही को दोबारा शुरू किया गया। हालांकि, इसे शाम 4:00 बजे तक के लिए फिर स्थगित कर दिया गया।
ओम बिरला ने दी घटना की जानकारी
क्या हुआ था संसद में?
लोकसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को 2 युवक दर्शक दीर्घा से अचानक सदन में कूद गए और बेंच पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। तभी सांसदों ने मिलकर दोनों को पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले किया। इसमें एक युवक का नाम सागर शुक्ला है, जिसके पास से कर्नाटक के मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का अनुमति पास मिला है। संसद के बाहर से 2 अन्य गिरफ्तार हुए हैं।