अनंतनाग हमला: लश्कर-ए-तैयबा की शाखा ने ली जिम्मेदारी, अपने कमांडर की हत्या का बदला बताया
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के 2 अधिकारी और एक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) शहीद हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की शाखा 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' ने ली है। द रेजिस्टेंस फ्रंट ने कहा कि उसने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में उसके दिग्गज नेता की हत्या का बदला लिया है।
रियाज अहमद की हुई थी PoK में गोली मारकर हत्या
रियाज अहमद की 8 सितंबर को PoK के रावलकोट क्षेत्र में अल-कुदुस मस्जिद के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, उसकी मौत से लश्कर-ए-तैयबा में आक्रोश था। इसके बाद ही कोकेरनाग में जवाबी हमला किया गया है। कोकेरनाग में मुठभेड़ तब हुई जब जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना संयुक्त आतंक विरोधी अभियान में जुटी हुई थीं। गोलीबारी में अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन भीषण गोलीबारी के कारण उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका।
कौन से अधिकारी हुए शहीद?
शहीद अधिकारियों की पहचान कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और DSP हुमायूं भट के रूप में की गई है। कर्नल सिंह की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई। सिंह 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे। मेजर आशीष धोनैक और DSP भट ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बुधवार से ही हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए गुरुवार को अनंतनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है।
आतंकवादियों ने घेर कर बरसाई थीं गोलियां
कहा जा रहा है कि अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में हुए इस हमले के पीछे अच्छी तरह से प्रशिक्षित 3-4 आतंकवादी शामिल हो सकते हैं। दरअसल, आधी रात के बाद जैसे ही संयुक्त दल आतंकवादी ठिकाने की ओर बढ़ रहा था, तभी उन पर आतंकवादियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इस हमले में ही कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और DSPहुमायूं भट घायल हो गए और फिर वो गंभीर चोटों के कारण शहीद हो गए।
लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकवादी घिरे
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उसने लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकवादियों को घेर लिया है। इनमें से एक आतंकी की पहचान उजैर खान के तौर पर हुई है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक्स पर कहा, 'कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और DSP हुमायूं भट की वीरता को सच्ची श्रद्धांजलि, जिन्होंने इस ऑपरेशन के दौरान सामने से नेतृत्व करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हमारी सेनाएं दृढ़ संकल्प के साथ आतंकियों के सफाया कर रही हैं।'