अनंतनाग शहीदों की कहानी: 2 महीने की मासूम को छोड़ गए हुमायूं, इकलौते बेटे थे आशीष
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए भारतीय सेना के 3 जवान शहीद हो गए। सेना के 2 अधिकारी कर्नल मनप्रीत सिंह, बटालियन कमांडर मेजर आशीष धोनैक और DSP हुमायूं भट वीरगति को प्राप्त हो गए।
तीनों शादीशुदा थे। किसी की 2 महीने की बच्ची घर पर पिता का इंतजार कर रही थी तो किसी की पत्नी को घंटों तक शहादत की खबर नहीं दी गई।
इन जवानों की कहानी आपकी आंखों में आंसू ला देगी।
हुमायूं
2 महीने पहले ही पिता बने थे हुमायूं भट्ट
शहीद DSP हुमायूं की पिछले साल ही शादी हुई और उनकी 2 महीने की बेटी भी है। उनके पिता गुलाम हुसैन भट्ट DIG रह चुके हैं।
जब हुमायूं का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो उनकी पत्नी अपनी 2 महीने की मासूम को गोद में लिए नम आंखों से शहादत को सलामी दे रही थी। इन सब बातों से अनजान बेटी मां के आंचल से भीड़ को तांक रही थी।
ट्विटर पोस्ट
हुमायूं भट्ट की अंतिम विदाई की कुछ तस्वीरें
On behalf of the J&K Police Pariwar DGP J&K Sh Dilbag Singh has condoled the martyrdom of the braveheart officers of J&K Police and Army in an encounter at Gadool,Kokernag,Anantnag.
— J&K Police (@JmuKmrPolice) September 13, 2023
The DGP has said in his message that he is deeply saddened by the terrible loss of three young… pic.twitter.com/pMJSwYE8wX
ट्विटर पोस्ट
मनप्रीत सिंह की बेटी के साथ उनके ससुर
#WATCH | Panchkula, Haryana: Jagdev Singh, father-in-law of Colonel Manpreet Singh, who lost his life during an encounter with terrorists in Anantnag yesterday says, "We got to know it last evening...She is their daughter and she has an elder brother...He (Manpreet Singh) was… pic.twitter.com/ULMppcs2gm
— ANI (@ANI) September 14, 2023
आशीष
अगले महीने घर लौटने वाले थे मेजर आशीष
पानीपत के बिंझौल गांव के रहने वाले मेजर आशीष धौनेक को इसी साल ही सेना ने मेडल से सम्मानित किया था। 3 बहनों के इकलौते भाई आशीष की 2 साल की बेटी है।
उनके चाचा ने कहा, "आखिरी बार उनसे टेलीफोन पर ही बात हुई थी। वह डेढ़ महीने पहले घर आए थे। हमें घर बदलना था, इसलिए अक्टूबर में आशीष आने वाले थे।"
हालांकि, अब वे शान से तिरंगे में लिपटकर घर पहुंचेंगे।
मनप्रीत
ट्रेनिंग पर जाते हुए मनप्रीत ने कहा था- मालूम नहीं डर क्या होता है
कर्नल मनप्रीत सिंह का पूरा परिवार ही आर्मी बैकग्राउंड से है। वे पिछले 4 साल से अनंतनाग में तैनात थे और 2021 में उन्हें मेडल से नवाजा गया था।
ट्रेनिंग पर जाते हुए मनप्रीत ने परिवार से कहा था, "मैं नहीं जानता कि डर क्या होता है।"
2016 में मनप्रीत की शादी हुई और उनका एक 6 साल का बेटा और ढ़ाई साल की बेटी है। मनप्रीत की शहादत की खबर कई घंटों तक उनकी पत्नी को नहीं दी गई।
डॉग
मुठभेड़ में एक आर्मी डॉग भी शहीद
एक दिल पहले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में आर्मी का एक डॉग भी शहीद हो गया था। राजौरी में केंट नामक ये डॉग सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहा था।
एक अधिकारी ने बताया, "सैनिक आतंकियों का पीछा कर रहे थे। केंट डॉग सबसे आगे था। गोली चली तो सैनिकों को बचाने के लिए डॉग आगे आ गया और गोली उसे लग गई।"
इस डॉग को भी तिरंगे में लपेटकर अंतिम विदाई दी गई।
मोदी
न्यूजबाइट्स प्लस
जम्मू-कश्मीर में जवानों की शहादत के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों और कार्यक्रमों पर भी सवाल उठ रहे हैं। कल शाम प्रधानंमंत्री का भाजपा कार्यालय में स्वागत किया गया। आज प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश के बीना में परियोजनाओं का शिलान्यास करने पहुंचे हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, "कश्मीर में सेना व पुलिस के 3 अफसरों व एक जवान की शहादत के दिन भाजपा का सैलीब्रेशन? पुलवामा हादसे के दिन भी साहेब शूटिंग में व्यस्त थे!"