जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की हुई थी रैंगिंग, नग्न अवस्था में गलियारे में घुमाया गया- पुलिस
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय में रैंगिंग से जुड़ी 18 वर्षीय छात्र स्वप्नदीप कुंडू की मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। कोलकाता पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कुंडू के छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरने से कुछ मिनट पहले उसे गलियारे में नग्न अवस्था में घुमाया गया था। पुलिस ने कहा कि आरोपी छात्रों ने कथित तौर पर कुंडू का यौन उत्पीड़न भी किया था।
पुलिस बोली- छात्र का किया गया था यौन उत्पीड़न
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, "छात्र के साथ निश्चित रूप से रैगिंग के साथ-साथ यौन उत्पीड़न किया गया था। कमरा नंबर 70 में उसे कपड़े उतारने के लिए मजबूर करने के बाद उसे गलियारे में नग्न घुमाया गया। हमें इस बात को लेकर सबूत मिले हैं।" उन्होंने कहा कि मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए 13 लोगों में से 12 ने पूरे प्रकरण में कुछ न कुछ भूमिका निभाई थी।
आरोपी ने की थी रैगिंग की बात छिपाने की कोशिश
पुलिस ने बताया कि मामले में गिरफ्तार हुए आरोपियों में से एक ने रैगिंग की बात को छिपाने और जांच अधिकारियों को गुमराह करने के लिए व्हाट्सऐप पर एक ग्रुप भी बनाया था। पुलिस इस व्हाट्सऐप ग्रुप की चैट्स की गहनता से जांच कर रही है। बता दें कि पुलिस ने मामले में और अधिक तथ्य जुटाने के लिए मंगलवार को छात्रावास के रसोइये से भी पूछताछ की थी, जबकि 2 अन्य छात्रों को समन भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉन्च किया एंटी-रैंगिंग हेल्पलाइन नंबर
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यों के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में रैगिंग से निपटने के लिए एक एंटी-रैंगिंग हेल्पलाइन नंबर 1800-345-5678 लॉन्च किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी छात्र इस नंबर पर रैगिंग की शिकायत कर सकता है। मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत ने प्रशासन की आंखें खोलने का काम किया है और अब आपराधिक जांच विभाग (CID) की टीम जांच की जिम्मेदारी संभालेगी।
क्या है पूरा मामला?
9 अगस्त को जादवपुर विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरने पर स्वप्नदीप कुंडू की मौत हो गई थी। कुंडू के परिजनों ने उसकी मौत के लिए छात्रावास में रहने वाले अन्य छात्रों को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि छात्र के शरीर पर कपड़े नहीं थे और शरीर पर चोट के निशान भी थे। छात्र के साथ रैंगिंग की बात सामने आने पर पुलिस ने पूर्व छात्रों समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया था।