कोलकाता बलात्कार मामला: आरोपी ने कबूल किया अपराध, जानिए इयरफोन ने गिरफ्तारी में कैसे की मदद
कोलकाता के सरकारी मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। कोलकाता पुलिस ने शक के आधार पर आरोपी को 10 अगस्त को हिरासत में लिया था। आरोपी का नाम संजय रॉय बताया जा रहा है, जो हॉस्पिटल में पुलिस की मदद के लिए स्वयंसेवी के तौर पर काम करता था। उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
आरोपी के मोबाइल से मिले अश्लील वीडियो
आरोपी संजय पुलिस कल्याण बोर्ड में सहायक है। जांच के दौरान वो सुबह करीब 4 बजे अस्पताल के भीतर सेमिनार हॉल में जाते हुए CCTV कैमरे में नजर आया था। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने संजय के फोन की जांच की है, जिसमें एक अश्लील वीडियो भी मिली है।
इयरफोन से कैसे पकड़ा गया आरोपी?
आरोपी जब सेमिनार हॉल के अंदर जा रहा था तब उसने कानों में ईयरफोन लगाया हुआ था। कुछ देर बाद जब वह हॉल से बाहर आया तो उसके पास ईयरफोन नहीं था। पुलिस को घटनास्थल से एक इयरफोन भी मिला था। इसके बाद संजय समेत कुछ संदिग्धों से पूछताछ की गई। पुलिस ने ईयरफोन को सभी संदिग्धों के मोबाइल से कनेक्ट करने की कोशिश की और वो संजय के फोन से कनेक्ट हो गया।
अभिषेक बनर्जी ने की आरोपी का एनकाउंटर करने की मांग
तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता अभिषेक बनर्जी ने आरोपी का एनकाउंटर करने की मांग की है। अभिषेक ने कहा, "ये दुष्कर्मी जो समाज में रहने लायक नहीं हैं। उनका या तो एनकाउंटर कर दिया जाना चाहिए या फिर उन्हें फांसी दे दी जाए।" अभिषेक ने दुष्कर्मियों और हत्यारों के खिलाफ तुरंत सुनवाई और एक हफ्ते के भीतर सजा सुनिश्चित करने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करने का भी आह्वान किया।
पिता बोले- बेटी की सुरक्षा के लिए खरीदी थी कार
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पीड़िता के पिता ने कहा, "मैं चाहता था कि वह सुरक्षित रहे, इसलिए उसने निजी वाहन से ट्रैवल करना पसंद किया। वह सड़क पर तो सुरक्षित थी, लेकिन अस्पताल में बतौर डॉक्टर सुरक्षित नहीं थी। रात 11.30 बजे उसने अपनी मां से बात की थी। मां ने पूछा कि खाना खाया या नहीं। इस पर बेटी ने कहा कि वह अपने साथ खाना लेकर आई है।"
क्या है मामला?
9 अगस्त की सुबह आरजी कर मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल पर सेमिनार हॉल के अंदर एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का शव पड़ा मिला था। वह इसी कॉलेज में ही पोस्ट ग्रेजुएट की छात्रा थी। महिला के आंख, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था। साथ ही उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, उंगली और होठों पर भी चोटे के निशान थे। मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार के खिलाफ खूब प्रदर्शन हुए थे।